जीजू साली की फेक प्रोफाइल पर बात

 

Part 14

 

मैं ऑफिस में बैठा था, मैंने अपना फर्जी फेसबुक चेक किया, साली जी ने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं की थी , शायद वह ऑनलाइन नहीं थी,मैं सोच रहा था कि मैं एक लड़की की तरह कैसे बात कर सकता था लेकिन मुझे साली जी का विश्वास जीतना था , ताकि वह सच बता सके,यह सालीजी के मन को जानने का सरल  तरीका था,मुझे यकीन था  मैं जान सकता था ,वह मेरे बारे में क्या सोचती थी ,क्या वह सच में चाहती थी मैं उसकी चूत चोदूँ या वह सिर्फ मुझे उत्तेजित करना चाहती थी l

          साली जी ऑनलाइन नहीं थीं इसलिए मैंने मिस एक्स का मैसेज चेक करने का फैसला किया l

             “प्रिय, मैं आज बहुत खुश हूं, हमारे बीच कई समानताएं हैं, आपको  भी समूह सेक्स, अनल सेक्स पसंद है,मैं बस इंतज़ार कर रही हूँ कि कब तुम अपना नंगा लंड मेरी अनल में डालोगे,आप आज क्या कर रहे हैं?, क्या आप सालीजी को समय देते हैं? कभी-कभी मैं सोचती हूं कि अगर मैं साली जी से दोस्ती कर लूं तो मुझे पता चल जाएगा, वह क्या सोच रही थी l मैं  उसे बता सकती हूँ  तुम क्या चाहते हो? लेकिन यह तुम पर निर्भर है l”

         नहीं, नहीं,ये मिस एक्स बहुत खतरनाक है, अगर इसने कुछ  गलत कह दिया तो सब बर्बाद हो जाएगा l मैं उस पर इतना भरोसा नहीं कर सकता l  लेकिन अगर वह सालीजी से मिले और मेरे बारे में कभी कुछ नहीं बताय, तो यह  सहायक हो सकता था , मुझे सब सोचना होगा l
        लेकिन यह भी सच था , मिस एक्स ने पहले ही सालीजी को मेरे साथ बगीचे में देखा था, अगर वह समस्याएं पैदा करना चाहती थी तो वह आसानी से ऐसा कर सकती थी l आज उसने मुझसे इजाज़त मांगी, अगर मैं चाहूँ तो वो मिल सकती थी l वह हमेशा सेक्स के बारे में बात करती थी, लेकिन ऐसा नहीं था कि वह बुरी इंसान थी। मैंने सोचा,  उस पर भरोसा किया भी जा सकता था ।

मैंने अपना फेक फेस बुक चेक किया,सालीजी ने मेरा मित्र अनुरोध स्वीकार कर लिया और मुझे संदेश भेजा  था l “आपसे मिलकर अच्छा लगा रानी l”

         सालीजी  का फेसबुक प्रोफाइल का नाम लिली था, मैंने मैसेज लिखना शुरू किया,

        “लिली आप कैसी हैं?, आजकल क्या कर रही हैं?”

मैं बहुत खुश था, मैं बिना किसी डर के साली जी से  कोई भी बात कर सकता था,मैं उससे कुछ भी पूछ सकता था l

सालीजी : मैं छात्रा  हूं रानी , अभी मैं अपनी बहन के घर पर हूं,  मेरी छुट्टियां हैं, मैं घर पर अपनी बहन की मदद करती हूं l

रानी : मैं भी स्टूडेंट  हूं लिली , मैं अपने माता-पिता के साथ रह रही हूं, हमारी छोटी सी दुकान है, मेरी भी छुट्टियां हैं इसलिए मैं भी अपनी मां की मदद कर रही हूं।

लिली  तुम्हारी बहन कैसी है? , जीजा जी क्या करते हैं?

           वाओ!यह काम कर रहा था, मैंने अपना नाम रानी रखा, अच्छा लग रहा था l

सालीजी : मेरी बहन स्कूल टीचर है, जीजू ऑफिस में काम करते हैं, वह बहुत अच्छे हैं l

रानी : मेरा इकलौता बड़ा भाई है, वह भी ऑफिस में काम करता है। अभी  अविवाहित है,मेरा भी बॉय फ्रेंड है, क्या आप सिंगल हैं?

सालीजी :  मेरा कभी कोई बॉय फ्रेंड नहीं था ,मैं अभी  कुंवारी हूं l

               मैं सही था, साली जी की चूत कुंवारी थी, कुंवारी चूत को चोदने से अलग ही आनंद मिलता था।

रानी : अच्छा है आपका कोई बॉय फ्रेंड नहीं है, मेरा बॉय फ्रेंड हर रोज चाहता है,तुम जानती हैं मेरा क्या मतलब है l

सालीजी :हा, हा कुछ भी ग़लत नहीं है  प्रिय, मुझे वह पसंद है l

              तो साली जी को रोज चुदाई चाहिए, चोदूंगा,पत्नी से भी ज्यादा, वाओ!

रानी : वह कहता , शादी के बाद  बच्चे  होंगे , हमें समय नहीं मिलेगा ।

साली जी :वाह!वह पहले से ही  योजना बना चुका है l

रानी : लिली क्या तुम पोर्न देखती हो l

           मैं सालीजी का जवाब सुनने के लिए बहुत उत्सुक था। मैं पहले से ही जानता था, वह  पोर्न देखती थी और हस्तमैथुन करती थी।

साली जी : हा, कभी कभी l

             साली जी सच बोली, मुझे सचमुच पसंद आया, अब मुझे यकीन था, वह मुझे  सच बताएगी,वह चाहती थी, मैं उसे चोदूँ या नहीं l

रानी :  क्या पुरुष  का इतना बड़ा  भी हो सकता हैं?मै तो देख कर डर गई थी l

सालीजी :  हा,हा मुझें नहीं पता l

       कोई बात नहीं, जीजू का लंड देख कर सब जान जाओ गी,मेरा लंड इतना छोटा नहीं था, वह तैराक लड़कियाँ हमेशा मेरे भाई और मेरे लंड की तारीफ़ करतीं थी, मेरी पत्नी ने भी मुझसे कहा था,जब तुम   जोर से चोदते हो तो उसे पेट मे दर्द होता है, शायद  मोटे, लंबे लंड के कारण l अब मैं सालीजी से वही सुनना चाहता था,साली जी का पेट मेरी पत्नी के पेट से  भी छोटा था,उसके पेट या चूत का क्या होगा? समय ही बताएगा l
        लेकिन मैं जानता था, आम तौर पर महिलाओं को लंबा मोटा लंड पसंद होता है, जैसे पुरुषों को कसी हुई चूत पसंद होती है।

फिर सालीजी ऑफ़लाइन हो गईं l

         मुझे सलीजी से बात करके बहुत ख़ुशी हुई l लेकिन अभी,मुझे बहुत सी बातें पूछनी थी l

फिर मैंने मिस एक्स को लिखने का फैसला किया l

       मैंने उससे लिखा कि सालीजी कल सुबह पुस्तकालय  जाएगी, अगर वह चाहे तो  उससे वहीं मिल सकती है l मिस एक्स सालीजी से मिलना चाहती थी, वह वास्तव में एक लड़की थी, कुछ भी फेक नहीं था,अब मुझे कोई संदेह नहीं था l मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि वह कैसे चाहती थी मैं उसकी चूत चोदूँ,l अब मुझे विश्वास होने लगा कि वह एक दिन मुझसे मिलेगी और मेरे लंड को खूब चोदेगी l

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