जीजू की एक बेचैन रात
Part 27
शाम हो चुकी थी, जीजू काम से आये और फ्रेश होने के बाद वह लिविंग रूम में बैठे थे। साली जी रसोई में अपनी बहन की मदद कर रही थी, उसकी बहन एलिना संजू के कारण थक गई थी। संजू ने अपना बड़ा लिंग उसके मुंह में गहराई तक डाल दिया था । उसे मुंह के आसपास अभी भी दर्द महसूस हो रहा था।
“बहन, आप दिन में शराब नहीं पीतीं, आज क्यों पी?”
“चुप, तुम्हारे जीजू को यह पसंद नहीं है कि मैं दिन में शराब पीऊं।”
“तो फिर तुमने क्यों पी?” साली जी ने आश्चर्य से पूछा।
“तुम्हें याद है रवि, मेरा दोस्त, मैं उससे मिली थी , हमने अपनी दोस्ती के बारे में बात की और थोड़ी पी ली।”
एलिना उसे यह नहीं बताना चाहती थी कि वह संजू के साथ थी, लेकिन सलीजी को लगने लगा था कि उसकी बहन के जीवन में कुछ चल रहा है।
“रवि अब तुमसे क्या चाहता है?” बहन ,
“वह सब कुछ जो उसे पहले नहीं मिला।”
“फिर आप क्या सोचती हैं,”
“मैं एक बार उसकी शक्ति को देखना चाहती हु” एलिना हँसी l
“तुम मज़ाकिया हो, बहन”
“जाओ और अपने जीजू को चाय दे आओ”
सालीजी ने चाय के कप लिए और लिविंग रूम में चली गईं। वह जानती थी कि जीजू उस का इंतजार कर रहे हैं, वे कुछ नहीं कर सकते थे, एलिना घर पर थी।
“जीजू आपका दिन कैसा रहा?”
“ बहुत अच्छा नहीं रहा, बहुत काम था, मैं आपसे बात भी नहीं कर सका ”
“जीजू क्या मैं आपके कंधे की मालिश कर सकती हूँ ”
“मालिश नहीं, मुझे लगता है कि ताज़ा दूध मदद कर सकता है”
“वह तो तुम्हें रात को एलिना से मिलेगा।” सालीजी ने शर्माते हुए कहा l
जीजू “क्या मैं आपका स्वाद ले सकता हूं ? वे एलिना से बड़े हैं, मुझे याद है।”
“जीजू अब तुम बहुत शरारती हैं, वे अभी भी दर्द कर रहे हैं, आपने बहुत जोर से दबाया, आप जानते हैं, किसी ने अभी तक उन्हें छुआ नहीं है,तुम्हारे हाथ भी बहुत कठोर हैं,मुझे नहीं पता मेरी बहन यह कैसे संभालती होगी”
“ठीक है मैं वादा करता हूँ मैं धीरे से स्पर्श करूँगा, यहाँ आओ”
सालीजी जीजू के पास चली गई, जीजू ने अपना हाथ उसकी टी-शर्ट के नीचे डाला और उसके स्तनों को छुआ,साली का चेहरा लाल और गीला होने लगा ,फिर जीजू ने उसके पेट पर हाथ फेरा और कहा।
“साली जी आपकी ब्रा इतनी टाइट है मैं सब कुछ छू नहीं पा रही हूँ।”
“आह, रुको, मुझे रिफ्रेश रूम में जाना होगा।”
सालीजी रिफ्रेश रूम में चली गई। उसने अपनी ब्रा उतार दी और वापस आने लगी । वह पहले से ही उत्तेजित थी, उसके स्तन और निप्पल सख्त हो गए थे। वे टी-शर्ट से अच्छी तरह से उभर रहे थे। वह जीजू के पास आई। जीजू के मुंह में पानी आ रहा था। जैसे ही उने उनकी ओर हाथ बढ़ाया, एलिना ने कहा, “इधर आओ, खाना तैयार है,” सलीजी हंसी , एलिना ने जीजू के सपने को नष्ट कर दिया था।
“जीजू, रात को दूध पीने आ जाना,मुझे जल्दी नींद नहीं आएगी” सालिजी ने मुस्कुराते हुए कहा l
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रात हो चुकी थी, जीजू और एलिना बिस्तर पर थे। जीजू उसके सोने का इंतज़ार कर रहे थे। एलिना को नींद नहीं आ रही थी। वह संजू के बारे में सोच रही थी। उसने उसके घर आने का वादा किया था। वह जानती थी, वह अपने बड़े लिंग से उसे जोर से चोदेगा, वास्तव में उसे जोर से चोदना पसंद था, लेकिन वह तस्वीर के बारे में चिंतित थी l उसे यकीन नहीं था कि वह संजू को कब तक रोक पाएगी l क्या होगा अगर संजू कुछ समय बाद उसका शरीर नहीं चाहेगा। या वह कब तक सब कुछ छुपाने में सक्षम थी। उसके मन में कई सवाल उठ रहे थे। जीजू को समझ नहीं आया कि वह क्यों नहीं सो रही थी। वे पहले ही दो बार चुदाई कर चुके थे,दोनों एक दूसरे को दिखा रहे थे कि वे लगभग सो रहे हैं।
साली जी अपने बिस्तर पर लेटी हुई थी, उसे कोई चिंता या इंतज़ार नहीं था। उसे पता था कि जीजू शायद नहीं आएंगे l वह यह भी सोच रही थी कि एलिना ने शाम को क्या कहा था, बहन रवि को क्यों आज़माना चाहती थी ? वह भी अन्य आदमी चाहती थी, वह जीजू के साथ अधिक आत्मविश्वास महसूस करने लगी l
आधी रात हो चुकी थी। जीजू ने एलिना की तरफ देखा, वह सो रही थी लेकिन उसे लेकर वह निश्चित नहीं थे, अब जीजू को एलिना से डर लगने लगा क्योंकि सलीजी से उसका गुप्त रिश्ता था। वह धीरे-धीरे बेडरूम से बाहर आए।
“प्रिय तुम बहुत काम कर रहे हो, मेरे साथ बिस्तर पर आओ,” एलिना फुसफुसाई
“मैं आ रहा हूँ प्रिय,” जीजू ने कहा और रसोई की ओर चले गए, उन्होंने साली के कमरे के अंदर देखा। दरवाजा थोड़ा खुला था, साली सो रही थी l जीजू अंदर गए, जैसे ही वह साली पर झुका , सलीजी ने मुस्कुराते हुए अपनी आँखें खोलीं, जीजू ने एक तरफ से उसकी टी-शर्ट उठाई । उसका बड़ा गोल स्तन मंद रोशनी में चमकने लगा , उसकी तीखी निप्पल जीजू की तरफ देख रही थी। यह पहली बार था जब जीजू ने उसके पूरे स्तन को देखे,जैसे ही जीजू ने अपना मुंह निप्पल की ओर बड़ाया, साली जी का शरीर सिमटने लगा। आँखें बंद होने लगीं, होठ खुलने लगे l जीजू ने अपने गर्म होंठ निप्पलों पर रखे और उसे होंठों में ले लिया, जब उस ने उसे धीरे से दबाया, आह..सालीजी फुसफुसाई। जीजू ने कुछ बार दबाया और सालीजी मजे से चिल्लाती रही। फिर जीजी ने उसके गर्म खुले होंठों को चूमा और फुसफुसाया, “एलिना अभी भी जाग रही है”
उसके पास ज्यादा समय नहीं था। उसने निप्पल को फिर से चूमा और उसकी टी-शर्ट नीचे कर दी। उसने सलीजी को उसके मुस्कुराते चेहरे के साथ छोड़ दिया।
वह फिर से बिस्तर पर चला गया, एलिना ने अपना हाथ उसके लिंग पर रखा और फुसफुसाया,” वाह, यह फिर से तैयार है। मेरे ऊपर आओ,” उसने अपनी टांगें खोल दीं l एलिना को नहीं पता था कि जीजू का लिंग फिर से इतना कठोर क्यों था, लेकिन हम सब जानते हैं। जीजू ने अपना लिंग उसकी योनि में गहराई तक धकेल दिया था। यह तीसरी बार था जब वे आज रात को संभोग कर रहे थे।
सालीजी अपने कमरे में खुशी और शांति से सो रही थी l