साली जी ट्री रूम में जीजू कि साथ
Part 7
पुस्तकालय में बैठा मैं समाचार पत्र पढ़ रहा था, साली जी किताबें ढूंढ रही थीl एक लड़की मेरे पास आकर बैठ गयी l वह मेरी क्लास फेलो थी, उसका नाम सुगी था वह मुझसे बात करने लगी l जब साली जी तैयार हो गई तो हम बाज़ार के लिए निकल पड़े l
“जीजू वह लड़की कौन थी? कितनी सुन्दर थी l “
वह कॉलेज में मेरी क्लास फेलो थी,वह मेरे साथ पहले काम भी करती थी, उसे भी किताबें पढ़ना पसंद था l
“वह आपकी पूर्व प्रेमिका थी l”
“नहीं,नहीं बस दोस्त, मैंने कोशिश भी नहीं की l”
“आपने प्रयास क्यों नहीं किया?वह बहुत सुंदर, सेक्सी दिखती थी l “
“अच्छा था, मैंने कोशिश नहीं की,अगर मैंने कोशिश की होती तो मुझे तुम्हारे जैसी साली कैसे मिलती ?”
“जीजू, उसकी बहनें भी तो हो सकती हैं l”
“अच्छा जीजू, कोई ऐसी बात बताओ जो आपको दीदी में पसंद न हो ?”
“तुम्हारी दीदी तो एकदम परफेक्ट है “
“लेकिन वह घर पर बहुत ज्यादा कपड़े पहनती हैं, हम अकेले रहते हैं, कुछ छोटे कपड़े पहन ले, कुछ मूड बना रहे, जे क्या? लंबी शर्ट और पायजामा, वह पैंटी भी तो पहन सकती हैं l”
” वाओ!”वह ज़ोर से हँसी l
“जीजू, अगर वह कहे कि मैं पैंटी पहनती हूं और आप कुछ नहीं, तो” उसने हंसते हुए कहा l
मैं बुरी तरह फस गया था, मेरे पास कोई विकल्प नहीं था l
मैंने कहा “हां, क्यों नहीं”,मेरे उत्तर में कोई जोश नहीं था l
“अच्छा, अब आप बताओ, आपको कैसा बॉय फ्रेंड या पति चाहिए l”
“बिल्कुल आप जैसा , सुंदर, मजबूत, मैं घर पर पैंटी पहनती , वह कुछ भी नहीं पहनता l”
वह मुस्कुराते हुए बोली l
मेरा चेहरा लाल हो रहा था, मैं सोच रहा था कि लड़कियाँ इतनी होशियार कैसे होती हैं,मैंने फैसला किया, अगर वह पैंटी पहनने लगी तो मैं केवल तौलिया पहनूंगा l
“तो आप भी मूड में रहना चाहती हैं l”
“हाँ,कुछ ऐसा ही “उसने थोड़ा शरमाते हुए कहा l
“जीजू आप कैसी साली चाह रहे थे?”
पहले मैंने सोचा, उससे कहूं कि मैं साली को दूसरी पत्नी की तरह देखना चाहता था , वह सब कुछ करना चाहता था जो मैं अपनी पत्नी के साथ करता था l नहीं, नहीं यह बहुत ज्यादा था l मैंने सोचा l
“कुछ लोग कहते हैं साली आधी पत्नी के समान होती है,मुझे लगता है, आधे से थोड़ा अधिक सही है l”
“जीजू, क्या जीजू आधे पति बन सकते हैं या उससे थोड़ा ज्यादा?”,उसने मुस्कुराते हुए पूछा l
“मुझे नहीं पता, शायद, कभी, कभी l”
“ठीक है जीजू बताओ, मुझे क्या करना चाहिए, जो आपको पसंद हो l “
वो सीधे क्यों नहीं कह देती , चोदो मेरी चूत को,लेखक सही कहते थे , जीजू को ही चूत मांगनी पड़ेगीl
“आप क्या सोचने लगे जीजू l”
“मैं तुम्हारे बारे में सोच रहा था, तुम जो कर रही हो वह सब मुझे पसंद है,ऐसे ही करती रहो l”
“साली जी, मैं जो कर रहा हूँ, क्या आपको पसंद है l”
“ओह!, तुमने कभी कुछ किया ही नहीं,आप बस ऑफिस का काम ही करते रहते हैं, दिन को भी, रात को भी,एक रात मैंने देखा कि आप आधी रात को भी काम कर रहे थे l”
वह क्या कह रही थी ,मैंने कुछ नहीं किया,मुझे लग रहा था कि मैं उसकी चूत चोदने के बहुत करीब था,मैं अंदर ही अंदर मुस्कुरा रहा था l
“हा,साली जी मैं सिर्फ ऑफिस का काम ही कर सकता हूँ,जैसा कि आपने कहा” मेने मुस्कराते बोला l
हम पहले ही बाज़ार की कार पार्किंग पहुँच चुके थे l
“जीजू,मेरा हाथ पकड़ो”,उसने अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ाते हुए कहा l
मैंने धीरे से उसका हाथ पकड़ लिया, मेरे शरीर में करंट सा दौड़ रहा था l फिर हम बाज़ार की ओर चलने लगे l पत्नी ने मुझे कुछ सामान खरीदने के लिए कहा था l हम एक बड़े स्टोर में दाखिल हुए, साली जी कुछ टॉप्स ढूंढने लगीं l
“कैसा लग रहा है जीजू,?” उसने एक टॉप अपने मम्मो पर लगा कर पूछा l
“बहुत सुन्दर “मैंने उसकी तरफ देखते हुए कहा l
उसने कई टॉप देखे, मैंने भी कुछ देखे, फिर मैंने बहुत छोटा टॉप चुना जो मम्मो को भी मुश्किल से ढकता था l
“साली जी,ये कैसा लग रहा?” मुझे तो पसंद आया l
वह मेरे हाथ से लेकर देखने लगी ,”में ट्राई करती हूँ ” बोल कर ट्राई रूम की तरफ चली गई l
मैं उसे उस टॉप में देखने के लिए उत्सुक था, लेकिन मुझे लगता था , वह बाहर नहीं आएगी
फिर उसने मुझे ट्राई रूम के पास बुलाया l
“देखो जीजू,मैं कैसी लग रही हूँ l”
उसने वह टॉप पहना था, बिना ब्रा के, टॉप केबल मम्मो के ऊपर ही था, पूरा पेट नंगा था, ब्रा उसके हाथ में थी l
“कैसा दिखती हूं?,वह अपनी बॉडी हिलाती बोली l”
मेरी आँखों खुली की खुली रह गई,उसका गोरा शरीर, मोटे मम्मे , गहरी नाभि, मुस्कराते लिप्स,मैं अवाक थाl
“जीजू बोलो ना, अच्छा हैं न l”
“वाओ!बहुत सुन्दर लग रही हो l”
उसने थैंक्स बोल कर ट्राई रूम बंद कर लिया, मेरी आँखे अभी भी ट्राई रूम पर थी, मन तो कर रहा था टॉप उठाऊं और उसकी चुचियां चुप लूं l
फिर मैं थोड़ा आगे चला और बीबी के लिए कोई पैंटी देखने लगा l
“जीजू क्या तुम पैंटी पहनो गे?”, वह हंसते हुऐ बोली l
“नहीं,नहीं आप के लिए ” मैंने भी बोल दिया l
“जीजू मैं तो पाजामा पहनती हुं,मुझे बहुत गर्मी आती हैं पैंटी मे l”
“ओह, मुझे नहीं मालूम था,” मैंने मुस्कराते हुऐ कहा l
फिर मेरी बीबी का फ़ोन आने लगा, बह लंच के लिए वेट कर रही थी, हम उसतरफ जाने लगे l