लेखक दिलबर

 

 

शाम का समय था, दिलबर अपने पहले वाइन ग्लास के साथ एक बार में बैठा था l

                “प्रिय दिलबर, तुम कहाँ खो गए, तुमने मुझे क्यों छोड़ दिया!”

    लगभग तीस साल की महिला उसकी मेज पर आई और उसके बगल में बैठ गई , उसने उसे देखा, सुंदर कपड़े पहने हुए, मॉडल फिगर,बह सभ्य परिवार से लग रही थी।

                ” मुझे लगता है आपने गलत समझा, मैं आपको नहीं जानता!”उसने विनम्रता से कहा, लेकिन वह आश्चर्यचकित था वह उसका नाम कैसे जानती थी।

                “प्लीज़ जान ऐसा मत कहो, तुम्हें पता है मैं तुमसे कितना प्यार करती हूँ,तुम अपनी छाया को कैसे भूल सकते हो!” वो रोने लगी।

       “प्लीज रोओ मत! आराम से बैठो, हम बात करेंगे, क्या तुम्हें शराब पीना पसंद है?”उसने स्थिति को नियंत्रित करते हुए कहा।

          “हाँ, अगर तुम चाहो तो” उसने धीरे से कहा।

उसने उसके लिए शराब मंगवाई और उसकाे आंखें साफ करने के लिए  टिशू दिया।

          दिलबर चालीस साल का आदमी था, वह काम के सिलसिले में वहाँ यात्रा कर रहा था, वह शादीशुदा था और उसके दो बच्चे थे , वह पास के होटल में रह रहा था, अपने खाली समय में वह सेक्सी कहानियाँ लिखता था,
          वह छाया को नहीं जानता था, यह उससे उसकी पहली मुलाकात थी, वह पंद्रह साल से शादीशुदा था, उसकी पत्नी कामकाजी महिला थी। उसे उसकी वयस्क कहानियाँ पसंद नहीं थीं लेकिन उसने उसे लिखना बंद करने के लिए कभी नहीं कहा था lलेकिन उसने उसे चेतावनी दी थी वह उनके यौन जीवन के बारे में कुछ भी न लिखे। वह हमेशा हंसता था क्योंकि उनकी सेक्स लाइफ लगभग शून्य थी। कभी-कभी वे महीनों तक चुदाई नहीं करते थे lकभी-कभी वह प्रेमिका के बारे में  भी सोचता था, लेकिन काम, बच्चों की ज़िम्मेदारी उसे रोक देती थी।

          “क्या सोच रहे हो प्रिये?”छाया ने शराब का दूसरा गिलास पीते हुए पूछा। उसने पहला बहुत तेजी से पी लिया था।

         वह  भी अपना दूसरा गिलास पी रहा था। वह ज्यादा नहीं पीता था, उसे थोड़ा-थोड़ा नशा हो रहा था। उसके साथ खूबसूरत सेक्सी लड़की थी। सुंदर सेक्सी होंठ, लंबे बाल,उसे उसमें कुछ दिलचस्पी होने लगी थी l

           “मैं बस यह याद करने की कोशिश कर रहा हूं,मैं आखिरी बार आपसे कब मिला था l”

          “पुरानी बातें सोचना बंद करो प्रिये, अब हम साथ हैं, मैं हर क्षण का आनंद लेना चाहती हूँ l”

      उसने उसका हाथ पकड़ा और उसके करीब आ गई। वह उत्तेजित हो रहा था, उसने उसके बड़े कठोर मम्मे देखे, उसका हाथ उसके हाथों में थे, उसके गुलाबी गीले होंठ दूर नहीं थे l  उसने कुछ नहीं कहा बस उनके लिए और ड्रिंक का ऑर्डर दे दिया।

           वे देर शाम तक शराब पीते हैं, वह भी अब थोड़ा नशे में थी। वह पहले से ही उसके करीब आ गई थी और अपने हाथ उसकी जाँघों पर रख दिए थे l वह उसकी ओर झुक रही थी, वह लगातार उसके मम्मो को देख रहा था। शायद वह भी यही चाहती थी l

        “तुम बहुत सुन्दर हो!” उसने उसके मम्मो को देखते हुए कहा l

         “प्रिय चलो तुम्हारे घर चलते हैं, वहीं बात करेंगे!”   उसने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा l

वह नशे में था और उत्तेजित था, वह उसे मना नहीं कर सका, वे होटल चले l

        कुछ मिनट चलने के बाद वे होटल पहुचे l

     ” वाओ !, आपके पास सुंदर किंग साइज बेड वाला बहुत अच्छा कमरा है l”वह बिस्तर पर बैठ गई,और कमरे में इधर उधर देखने लगे, दिलबर ने दो गिलास मे शराब  डाला और वे पीने लगे।

        उन्होंने थोड़ी देर बात की, फिर वह तरोताजा होने चला गया और वह अभी भी बिस्तर पर बैठकर शराब पी रही थी।
             जब वह बाहर आया, तो वह ताज़ा होने के लिए तैयार थी। उसने पहले ही अपने कपड़े बदल लिए और बिस्तर पर लेट गया, कुछ मिनटों के बाद वह बाहर आई, उसने अपने शरीर पर केवल तौलिया पहना था, और सीधे बिस्तर पर आई और उसके साथ लेट गई।

       बिना बात किये उसने अपना हाथ उसके पेट पर रखा और अपने होंठ उसके होठों पर रख दिये, उनकी जीभ आपस में मिलने लगी, उसने अपना हाथ घुमाया और उसके लंड को मसलने लगी।

        फिर दिलबर ने उसका तौलिया हटा दिया और उसके निपल्स को चुपना शुरू कर दिया, वह बहुत उत्तेजित थी, वह खड़ा हुआ और अपने कपड़े उतार दिए, बिस्तर पर वापस लेट गया, उसने उसकी पैंटी उतार दी। उसकी गीली शेव की हुई चूत उसे प्यासी निगाहों से देख रही थी l

       उसने अपनी जीभ को उसकी चूत के नरम गीले होंठों पर फेरना शुरू कर दिया l

          ” ओह…हे भगवान यह बहुत अच्छा है!”वह चिल्लाई।

      उसकी चूत इतनी गीली और गर्म थी, वह ज्यादा देर तक इंतजार नहीं कर सका, उसने अपना कठोर लंड उसकी चूत के पास रखा और उसे दबाने लगा,  उसके लंड को अंदर जाने में कोई परेशानी नहीं हुई l

               ” तुम बहुत कठोर हो बेबी!” बह चीलाई l

       वह बहुत उत्तेजित था, उसने अपनी गति बढ़ानी शुरू कर दी, उसका शरीर कांप रहा था, मम्मे ऊपर-नीचे हो रहे थे। उसने धक्का देना जारी रखा l

                    “ओह…यह बहुत अच्छा है, तेज़ करो, मुझे लगता है मैं आ रही हूँ! “

         उसे भी महसूस हो रहा था  वह भी अपने वीर्य को और नहीं रोक सकता, उसने जोर-जोर से धक्के लगाने शुरू कर दिए।

             ” अह….अह ……. ओह गॉड, यह कितना आनंदित था!”

           उसकी चूत  शुक्राणुओं से भरी चुकी थी, उसने अपना लंड बाहर निकाला, उसने उसे चूमा, उसकी चूत से कुछ शुक्राणु की बूंदें  बाहर निकल रही थीं l

          वह नहाने गई और अपनी चूत धोकर वापस बिस्तर पर आ गई। वह थोड़ा थका हुआ लग रहा था लेकिन वह और अधिक चुदाई चाहती थी। उन्होंने कुछ बार चुदाई की, दो बज चुके थे। फिर वे सो गए।

         वह लगभग नौ बजे उठा, उसे आश्चर्य हुआ, वह बिस्तर पर नहीं थी, उसने चारों ओर देखा, शायद वह शॉवर में थी, लेकिन वह बाहर नहीं आई, उसने शॉवर की जाँच की। वह कहीं नहीं थी, उसने मेज पर एक कागज देखा, वह पढ़ने लगा l

        “प्रिय यह सच है, हम एक दूसरे को नहीं जानते, मैं हमेशा आपकी सेक्स कहानियाँ पढ़ती थी ,और हमेशा उत्तेजित हो जाती थी आपसे वास्तविक रूप से मिलना चाहती थी । खूबसूरत रात के लिए धन्यवाद, मैं तुमसे प्यार करती हूँ, अच्छी कहानियाँ लिखते रहना “छाया l

तभी मेरा फ़ोन बजा, मेरी पत्नी फ़ोन पर थी, मेरे लिए उससे बात करना मुश्किल हो रहा था।

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