चंचल साली जी जीजू के घर पर

 

Part 2

 

हम पिछले दो महीनों से बहुत व्यस्त थे l
बीबी स्कूल में काम करने लगी थी,मुझे भी ओफीस में बहुत काम था l
बीबी ने बताया कि उसकी बहन अगले सप्ताह आना चाहती थी , ये सुनने के बाद मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा,उसका सेक्सी बदन मेरी आँखों के सामने घूमने लगा ,हो सकता था कि इस बार वह और करीब आ जाए और कुछ हो जाए, मन नए – नए सपनों से भरा जा रहा था l

दिन तेजी से बीत गए, आज सुबह ही सालीजी ने मैसेज भेज दिया था,बह दोपहर के बाद आ रही थी , बीबी स्कूल से जल्दी आ जाती थी,मे तो शाम को उससे मिलने का इंतज़ार कर रहा था l
फिर बीबी ने मुझे मैसेज भेजा,बह देर से आ रही थी और मुझे घर थोड़ा पहले चले जाने को कहाँ,बहन इंतजार करेगीl लंच के बाद में घर की और चल पड़ा l
  लगभग तीन बजे साली जी दरवाजे पर आ पहुंची,मैंने दरवाज़ा खोला, मेरा दिल तेज़ी से धड़क रहा थाl पिंक पंजाबी सूट में वह बेहद खूबसूरत लग रही थीं उसके लंबे बाल उसे ओर  आकर्षक बनाते थे, उसकी गोरी गर्दन और उभरे मम्मे मुझे  बेचैन कर रहे थे l

“जीजा जी कहाँ खो गए?” साली जी ने मुस्कुराते हुए पूछा l

“आप अंदर आइए, हम आपका ही इंतजार कर रहे थे” मैने उसका बैग उठाया और हम अंदर आने लगें l
वह मेरे पीछे आ रही थी,हम अंदर पहुंचे,मैने उसे बैठने के लिए कहा l
वह बैठी और मैने उसे  पानी दिया  l

“जीजू आपका कमरा तो बहुत सुन्दर है”उसने चारों ओर देखकर बोला l

“यह आपका ही कमरा है तुम थक गई होंगी, थोड़ा विश्राम कर लो, “में कमरे से बाहर जाने लगा l

“यह क्या जीजू, मेरे पास बैठो कुछ बात करो, आई मिस यू” उसने मुस्कुराते हुए कहा l

      में चुपचाप उसके पास कुर्सी पर बैठ गया, में इतना निःशब्द था मानो जीवन में पहली बार किसी लड़की से मिल रहा था,शायद में उसके बारे मैं बहुत ज्यादा सोचने लगा था l

“पिछले दो महीने कैसे बिताए आपने?, जॉब कैसे चल रहा है? अब तो दीदी भी जॉब करने लगी है l”

मैंने सिर हिलाते हुए कहा हां “सब कुछ अच्छा है,आप बताएं, सासु जी कैसी है?”
“वह भी तुम्हें याद करती है”
” जीजू में पंजाबी सूट में कैसी लग रही हूँ?”बह अपनी बॉडी को हिलाते बोली l
कैसे बताऊं,उसकी गोरी लंबी गर्दन, ऊंचे मम्मो का भाग जो सूट से बाहर नज़र आते थे, बीच की दरार, गीले होंठ मुझे कितना उत्तेजित कर रहे थे l

“वाओ!क़ातिल” मैंने हलकी सी मुस्कान के साथ कहा l

“क्या दीदी भी कभी सूट पहनती है?” बो थोड़ा शरमाते हुए बोली l

मैंने जल्दी से बोला,”बह बिना सूट के भी बहुत खूबसूरत दिखती हैं l”

बह अपना चेहरा हाथों मे छिपाकर जोर से हंसी,उसने जानबूझकर अर्थ बदला,मुझे ऐसा महसूस हुआ l
“मैं तुम्हारे लिए चाय बनाता हूँ,” मैं रसोई में जाने लगा l
“नहीं जीजू!,मैं बनाऊंगी”बह भी मेरे साथ चल पड़ी l हम रसोई की तरफ जाने लगे, मेरा हाथ एक फूलदान से टकराया, वह नीचे गिर गया और उसके फूल बिखर गए l

“ओह!”मैंने फूल इकट्ठा करना शुरू  कर दिए ,वह भी फूल उठाने के लिए झुकी,उसके बड़े मम्मे बड़े सूट के गले से मुझे देखने लगेl मैंने अपनी आँखों पर नियंत्रण खो दिया,उसने मेरी ओर देखा, फिर अपने मम्मो की और देखा,वह मुस्कुराई, फिर वह बहुत धीरे-धीरे इकट्ठा करने लगी,मुझे लगा कि वह चाहती थी  मैं देर तक  उन्हे देख सकूं l

“जीजू, आप कहां खो गए?”, उसने टेबल पर  फूलदान रखते हुए पूछा l

“तुम बहुत सुन्दर हो ” मैंने भी बोल दिया l वह मुस्कुराई, ओर मेरी पैंट कि तरफ देखने लगी शायद वह देखना चाह रही थी, मेरा लंड कितना कठोर हुआ था l

फिर मेरी बीबी घर आ पहुँची l हम रसोई कि तरफ जाने लगे l

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