आलिया मैडम नौकर के साथ

 

दोपहर से पहले का समय था। शामू ने लिविंग रूम की सफाई की, वह सफाई के लिए मैडम के बेडरूम में जा रहा था। दरवाज़ा आधा खुला था,उसने दरवाज़ा खटखटाया और अंदर चला गया, वह तुरंत वापस मुड़ा l उसकी मैडम बिस्तर पर लेटी हुई थी, उसने केवल ब्रा और पायजामा पहना हुआ था, उसकी आँखें बंद थीं, शामू को पता था कि उसकी मैडम को उसका अंदर आना पसंद नहीं था , उसने पूरे कपड़े नहीं पहने थे, उसने खिड़की के छेद से  उसे देखा। वह सो  रही थी, उसके आधे मम्मे उसकी ब्रा से बाहर थे, पायजामा नीचे गिर रहा था, उसे पायजामे की बेल्ट के पास उसकी चूत के कुछ बाल दिखाई दे रहे थे, शायद उसने पायजामा के नीचे कुछ भी नहीं पहना था। और उसने अपनी चूत को शेव भी नहीं किया था l

घर पर कोई  ओर नहीं था, शामू उसे देखने लगा , सांस लेते समय उसके मम्मे ऊपर-नीचे हो रहे थे। उसके पतले पेट पर उसकी गहरी नाभि  उत्तेजना भरी थी। शामू उत्तेजित होने लगा, उसका लंड उठने लगा।

शामू अठारह साल का लड़का था। वह अपने माता-पिता के साथ शहर से बाहर रहता था, वे बहुत गरीब थे, उसने दसवीं के बाद पढ़ाई बंद कर दी। उसके माता-पिता उसकी पढ़ाई का खर्च वहन नहीं कर सकते थे। वह नौकरी की तलाश में था, तभी उसे पता चला कि मैडम को नौकर की जरूरत है, उसने पिछले दिन ही काम शुरू किया था, वह घर में नया था और मैडम के बारे में ज्यादा नहीं जानता था।

उसकी कोई गर्ल फ्रेंड नहीं थी, न ही उसने किसी लड़की को चोदा था । उसे थोड़ा आश्चर्य हुआ जब मैडम ने पहले दिन उससे उसकी गर्ल फ्रेंड और वर्जिनिटी के बारे में पूछा था । उसने सोचा शायद मैडम को पारिवारिक व्यक्ति नौकर के रूप में पसंद नहीं था।

तभी उसने देखा कि मैडम जाग रही थी, वह वापस लिविंग रूम में आया और कुछ करने लगा, मैडम बाहर आई और बोली,

“शामू,तुम बेडरूम साफ कर सकते हो!”

उसे आश्चर्य हुआ कि वह अभी भी ब्रा में थी, उससे बात करते समय उसने खुद को ढका नहीं था। वह नहाने चली गई l वह शयनकक्ष में गया और सफाई करने लगा, वह अभी भी सोच रहा था कि मैडम ने शर्ट क्यों नहीं पहनी, शायद बह उसे  अभी छोटा लड़का समझती थी l

मैडम का नाम आलिया था, उनकी उम्र लगभग तीस साल थी, वह खूबसूरत जवान लड़की थीं। उसकी शादी राजेश के साथ हुई थी। वह बहुत अमीर आदमी था, लेकिन वह आलिया से बहुत बड़ा था, उसकी उम्र लगभग पचपन वर्ष थी, आलिया ने कभी किसी को नहीं बताया कि उसने राजेश के साथ शादी क्यों की। उनके अभी तक बच्चे नहीं थे, उसका पति शहर से बाहर काम करता था, सप्ताहांत में ही घर आता था।

आलिया को युवा लड़कों के साथ काम करना पसंद था ।  वह युवा लोगों के साथ अधिक खुश और सहज महसूस करती थी।

कुछ देर बाद वह नहाकर आई, वह साधारण तौलिये में थी, इससे उसके मम्मे और चूतड़ ही ढके हुए थे। वह कुर्सी पर बैठ गई और अखबार देखने लगी। फिर उसने शामू को बुलाया ।

वह उसके सामने आकर खड़ा हो गया, वह उसकी खूबसूरत नंगी टांगों को देखने से खुद को रोक नहीं सका, उसके ऊबरे मम्मे तौलिये में बहुत सेक्सी लग रहे थे। वह उसके शरीर को गौर से देख रहा था। आयलिया ने कुछ देर तक कुछ नहीं कहा, शायद वह उसे उत्तेजित करना चाहती थी।

” शामू,मेरे लिए चाय बनाओ!”

शामू रसोई में जाने लगा। उसने गैस पर पानी रखा, फिर उसने रसोई की खिड़की से बाहर देखा। वह खड़ी हुई और अपना तौलिया ठीक कर रही थी,उसका तौलिया उसके चूतड़ों पर गिर रहा था l शामू इतना भाग्यशाली नहीं था, वह केवल उसकी नंगी पीठ देख सका।

वह फिर से पढ़ने लगी, शामू उसके लिए चाय लेकर आया l

” शामू,यहाँ बैठो, मैं बात करना चाहती हूँ l”

वह उसके पास फर्श पर बैठ गया।

“शामू,सोफे पर बैठ जाओं,” उसने चाय पीते हुए कहा l

“शामू,क्या तुम अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहते हो?”

“हां मैडम!मैं चाहता हू,लेकिन हमारे पास फीस भरने के लिए पैसे नहीं हैं l”

” अगले साल आप फिर से पढ़ाई शुरू कर सकते हैं,मैं आपकी फीस का ख्याल रखूंगी”, उसने अपनी लंबी सेक्सी टांगें टेबल पर रखते हुए कहा,उसका तौलिया अभी भी उसकी पैंटी को ढक रहा था। शामू उसकी टाँगें देख रहा था।

“आप का धन्यवाद मैडम!मैं कड़ी मेहनत  करूंगा!”

“चाय बहुत अच्छी थी,शामू”, उसने देखा कि वह उसके पैरों को गौर से देख रहा था।

” शामू,क्या तुम्हें मेरी टाँगें पसंद हैं?”

वह शरमाया, “हाँ मैडम, बहुत सुंदर!” वह हँसी,ठीक है अब काम पर जाओ l

उसने फिर से सफ़ाई शुरू कर दी। वह सोच रहा था, बह घर पर पूरे कपड़े क्यों नहीं पहनती थी ।

उसने सोचा कि शायद अमीर औरतें  उसकी तरह ही रहती होगी , उसने अपना काम पूरा किया और घर जाने के लिए तैयार हो गया।

“मैडम मैं अब जा रहा हूँ,मैं तुम्हारी मदद के लिए शाम को फिर आ जऊंगा l”

उसने उसे कुछ पैसे दिए और कहा, “जाओ और अपने लिए कुछ नए कपड़े खरीद लेना l”

“धन्यवाद मैडम!” वह चला गया।

शामू बहुत खुश था, वह बाज़ार गया और कुछ शर्ट, पैंट और अंडरवियर आदि खरीदा। मैडम उसके साथ बहुत अच्छी थी। उसे वहां काम करना अच्छा लग रहा था, मैडम का सेक्सी फिगर भी उसे आकर्षित करता था।शाम को उसने नए कपड़े पहनने का फैसला किया, मैडम यह देखकर खुश होंगी l

वह अपने कमरे में आया और बिस्तर पर लेट गया, मैडम के घर जाने में अभी भी समय था, वह सो गया, शाम को उसकी माँ ने उसे जगाया, वह ताज़ा हुआ और नए कपड़े पहने, फिर वह मैडम के घर चल पड़ा।

वह उसके घर आया, वह लिविंग रूम में बैठी थी l

” मैडम, मैं क्या करूं?”

” शामू ,थोड़ा शॉवर का फर्श धोना और फिर रसोई में आ जाना l”

वह बाथरूम मे गया, उसने फर्श पर छोटे-छोटे बाल देखे, शायद मैडम ने अपनी चूत शेव की थी, बह उसकी शेव की हुई चूत की कल्पना करने लगा ,उसकी कोई गर्लफ्रेंड नहीं थी, उसने शेव की हुई चूत सिर्फ पोर्न में ही देखी थी। मैडम की चूत भी उसके गुलाबी भूरे होंठों जैसी होगी ,अगर वो उसकी चूत पर अपनी जीभ लगा रहा हो तो कैसा रहेगा? उसकी चूत का स्वाद कैसा होगा?सोचते सोचते बह उत्तेजत होने लगा l

तभी उसने सुना कि मैडम उसे किचन से बुला रही थी। उसने जल्दी से फर्श धोया और रसोई में चला गया। वह कुछ पका रही थी, उसने पायजामा और टी-शर्ट पहन रखी थी l

” शामू, वो बर्तन धोना “उसने उसे देखते हुए कहा।

शामू ने शर्ट में उसके चुचे देखे, उसने ब्रा नहीं पहनी थी। बह बर्तन धोने लगा l

“शामू,  तुम्हारे घर पर बर्तन  कौन धोता है? “उसने खाना खाते हुए पूछा, उसने गिलास में थोड़ी सी रेडवाइन भी डाल ली थी ।

” मैडम मैं और मेरी मां, पापा कभी नहीं l”

“मैं देख रही हूं, तुमने बर्तन अच्छे से धोए l” फिर वह रसोई की सफ़ाई करने लगा।

“शामू तुम यहां  खाना खा सकते हैं l”

“मैडम मुझे भूख नहीं है, मैंने यहां आने से पहले ही खाना खा लिया था l”

“शामू,किचन साफ ​​करने के बाद लिविंग रूम में आना ” वह ग्लास और वाइन की बोतल लेकर लिविंग रूम में चली गई, वह सोफे पर बैठ गई और टीवी देखने लगी l

कुछ देर बाद शामू लिविंग रूम में आया और उसके पास खड़ा हो गया l

“शामू,क्या तुमने कभी शराब पी है?”

“हाँ मैडम, एक दिन मैं थोड़ी शराब पी गया था और मैं नशे में था, मेरी माँ गुस्से में थी, मैं बेवकूफी भरी हरकतें कर रहा था l”

“हो सकता है तुमने बहुत ज्यादा पी ली हो l” उसने शराब पीते हुए कहा l

“मैडम, मुझे लगता है कि हमारी शराब आपकी जितनी अच्छी नहीं थी। बह बहुत महंगी नहीं थी l”

“तुम मेरी शराब का स्वाद चख सकते हो, अगर तुम नशे में हो जाओं  तो तुम यहां लिविंग रूम में भी सो सकते हैं l”

“सच मैडम!तो मैं पी सकता हूँ l”

” रसोई  मे से गिलास ले कर आओ l”

वह अलमारी के पास गई और शराब की दूसरी बोतल ले आई। उसने उनके गिलासों में थोड़ी शराब डाल दी। शामू उसके पास फर्श पर बैठ गया, वे शराब पीने लगे। आलिया  जानना चाहती थी कि वह उसके बारे में क्या सोचता था ।

वह बहुत तेजी से पी रहा था आलिया उसका गिलास फिर से भर देती थी ।

“शामू तुम उस दिन नशे में क्यों थे?”

“मैडम, यह मेरा अठारहवां जन्मदिन था, मेने अपने दोस्तों के साथ पी थी l “

“आह,ठीक!”वह थोड़ा आश्चर्यचकित हुई, वह बहुत तेजी से पी रहा था, वह पहले ही दो गिलास पी चुका था,उसने सोचा वह युवा था ऐसा कर सकता था, वह चिंतित नहीं थी, उसने देखा कि वह थोड़ा नशे में होने लगा था।

“शामू, तुम गर्लफ्रेंड के बारे में क्या सोचते हैं?”

” मैडम….मैडम मैं चाहता हूं, लेकिन कोई लड़की मेरे साथ नहीं चाहती l”

“क्यों?”

“हम बहुत गरीब है, मैडम!”

“शामू क्या तुम मुझे पसंद करते हो?” उसने उसके गिलास में और शराब डाल दी।

” मैडम,मैं आपको  बहुत पसंद करता हूं, आप बहुत अच्छी है l”

“तुम मेरी बॉडी के बारे क्या सोचते हो?”

बह अब काफ़ी नशे मे था l

“मैडम आप बहुत हाट लगती हैं…. मैडम..जब आप नहाने के बाद तौलिये में बैठी तो मैं उत्तेजित हो रहा था l”

वह गंभीर लग रहा था l

बह काफ़ी नशे मे था,वह उसकी बातों का आनंद ले रही थी, वह जानती थी, वह नहीं जानता कि वह क्या बोल रहा था, उसे उसके जैसे युवा लड़के पसंद थे और वह उनसे चुदाई करने के लिए तैयार रहती थी।

“शामू,जब मैं तौलिये में थी तो तुम क्या करना चाह रहे थे?”

“आपकी टांगे और मम्मे बहुत सेक्सी दिखते थे,मैं छूना चाहता था…. मैडम l “

“वाओ!”  फिर उसने उसके नए कपड़े देखे, और कहा।

“तुमने नये कपड़े खरीदे, क्या खरीदा?”

“मैडम,मैंने यह शर्ट, पैंट और अंडरवियर खरीदा l “

“बहुत अच्छा! मुझे तुम्हारा नया अंडरवियर देखना है!”

उसने उसके गिलास में और शराब डाल दी, बह खड़ा हो गया,उसने अपनी शर्ट और पैंट उतार दी। उसने केवल अंडरवियर पहना हुआ था और उसके सामने खड़ा था।  उसके युवा मजबूत शरीर को देखकर उसकी आँखें चमक उठीं, वह उत्तेजित होने लगी, वह उसके पूरे शरीर को छूना चाहती थी, शामू नशे में था और उसके शरीर को देख रहा था। ऐसा लग रहा था कि वह उसके मम्मो को पकड़ने के बहुत करीब था,वह उसे गौर से देखती रही, उसकी साँसें तेज़ होती जा रही थीं।

” मैडम क्या आपको मेरी बॉडी पसंद है?”

“हाँ शामू! यहाँ आओ,मेरे पास!”

शामू उसके बहुत करीब चला गया, वह टी शर्ट से उसके निपल्स को स्पष्ट रूप से देख सकता था, शायद उसके मम्मे सख्त हो रहे थे, आलिया तेजी से साँस ले रही थी, वह उसे छूने की सोच रही थी। उसके मम्मे सांस के साथ ऊपर-नीचे हो रहे थे। शामू उन्हें गौर से देख रहा था, वह अपना नियंत्रण खोने लगा, उसका लंड उसके अंडरवियर में उठने लगा l

आलिया  अपने मम्मो को उसके हाथ के पास ले जाकर उसे उत्तेजित करने लगी l

शामू ने अपना नियंत्रण खो दिया, उसने  अपना हाथ उसके मम्मो पर रख दिया और उसके सख्त निपल्स को अपनी उंगली से छूने लगा, उसकी उंगली और मम्मो के बीच अभी भी शर्ट थी।आलिया बहुत उत्तेजित थी, उसने कुछ नहीं कहा l आलिया ने उसका अंडरवियर नीचे कर दिया, उसने उसका लंड अपने हाथ में लिया और मसलने लगी, उसका लंड सख्त हो रहा था। उसने अपनी टी-शर्ट उतारी, उसके बड़े कठोर मम्मे देखकर शामू की आँखें चमक उठीं, उसने उन्हें दबाना शुरू कर दिया। आलिया को उसके लंड के साथ खेलना बहुत पसंद अ रहा था , उसने उसके लंड को अपने मुँह में डाल लिया और उसके अंडकोष की मालिश करने लगी l
शामू चुपचाप उसके मम्मो को मसल रहा था , वह उसके लंड को चाट रही थी और मजा ले रही थी l

फिर उसने शामू को अंडरवियर उतार कर  उसके साथ साफे पर बैठ जाने को कहाँ , वह चाहती थी कि वह निपल्स अपने मुँह में डाले और चुपे , वह उसके लंड की मालिश कर रही थी, शामू एक बच्चे की तरह उसके मम्मे पी रहा था। फिर शामू ने अपना हाथ उसकी चूत पर रखा और उसे मसलने लगा, उसने अपना पजामा नहीं उतारा। लेकिन उसकी चूत बहुत गीली थी, शामू ने हाथ पैंटी में डाल दिया।

उसने उसकी शेव्ड  चूत को रगड़ना शुरू कर दिया, उसकी उंगलियाँ चूत में घूम रही थीं। वह खुशी से चिल्ला रही थी, उसने अपनी उंगलियों को तेजी से घुमाया, आलिया चरम सुख पाने के करीब थी। वह उसके मम्मो को भी पी रहा था और उसकी चूत को तेजी से रगड़ रहा था, वह खुद को रोक नहीं पा रही थी। वह  जोर से चिलाने लगी और उसे चरमसुख मिल गया ।

फिर उसने उसका हाथ  पैंटी से बाहर निकाला और उसे अपने सामने खड़े होने के लिए कहा, वह फिर से उसका लंड चाटना चाहती थी। लंड एकदम सख्त था, उसने उसे मुँह में डाला और जोर से चुपने लगी, शामू के शुक्राणु भी बाहर आने के लिए दबाव बना रहे थे।

” मैडम, मेरा वीर्य जल्द ही आपके मुँह में आने वाला है!” उसने कोई परवाह नहीं की, और ज़ोर-ज़ोर से चाटती रही, लंड ने उसके मुँह में वीर्य छोड़ना शुरू कर दिया। शुक्राणु आ रहे थे, वह मजे से खा रही थी। वह लंड को आखिरी बूँद तक चाटती रही।

वह बहुत खुश और संतुष्ट लग रही थी, उसने उसका लंड मुँह से बाहर निकाल । वे सोफे पर बैठ गए और फिर से शराब पीने लगे। शामू अभी भी उसके मम्मो को मसल रहा था। वे दोनों नशे में थे, आलिया उसे अपनी चूत नहीं देना चाहती थी क्योंकि वह नशे में था। वह बिना शराब के चोदना चाहती थी। वह खड़ी हो गई और सोने जाने लगी । उसने शामू से कहाँ वह यहाँ लिविंग रूम में सो सकता था। फिर वह अपने शयनकक्ष में सोने चली गई। शामू सोफ़े पर सो गया ।

वह सुबह उठा तो उसने फर्श पर अपने कपड़े देखे और वह पूरी तरह नग्न था। वह देखकर चौंक गया, उसे पता था कि वह कल रात मैडम के साथ नशे में था। उसने सोचने की कोशिश की कि कल रात क्या हुआ था, उसने उसके निपल्स को छुआ और उसके मम्मो को पिया, फिर उसने उसके लंड को चाटा। वह थोड़ा डरा हुआ था, शायद उसने रात में कुछ बेवकूफी की होगी।

उसने अपने कपड़े वापस पहने और मैडम के बेडरूम के पास चला गया। उसने खिड़की से देखा, वह आधी नंगी सो रही थी लेकिन बह उसकी नंगी पीठ ही देख सकता था , उसने पायजामा पहना हुआ था। शामू को पता था कि वह दस बजे के बाद उठेगी। उसने  घर जाने का फैसला किया और वह मैडम के घर की सफ़ाई  बाद मे बापस आकर कर लेगा l

उसे विश्वास नहीं हो रहा था कि वह उसका लंड मुँह में कैसे चूपने लगी और उसके सारे शुक्राणु कैसे पी गई । उसने सोचा वह भी नशे में थी। दोपहर से पहले वह मैडम के घर वापस आया, वह घर पर नहीं थी। उसने अपना दैनिक कार्य प्रारंभ कर दिया। घर की सफाई करते समय, वह सोच रहा था,वह मैडम से क्या कहेगा? वह नशे में था और उसके मम्मो को छूने लगा,वह ऐसा कैसे कर सका, काम करने और सोचने में कई घंटे बीत गए।

आलिया कुछ बैग लेकर बाज़ार से आई, शाम होने वाली थी, शामू वहीं खड़ा था, उसकी आँखें नीचे झुकी हुई थीं।

“शामू, जाओ और रसोई में सामान रखो!” उसने उसके पास बैग रख दिए और वह अपने साथ छोटा सा बैग लेकर अपने शयनकक्ष में चली गयी,उसने सामान अंदर रखना शुरू कर दिया, सब कुछ सामान्य लग रहा था, वह फिर से अपना काम करने लगा। मैडम उस पर गुस्सा नहीं थीं, आलिया नहाने गई और लिविंग रूम में वापस आकर बैठ गई ,आज वह तौलिये में नहीं थी।

उसने टी शर्ट और पायजामा पहना हुआ था। शायद वह पहले ही वह कर चुकी थी जो वह करना चाहती थी। वह शामू को उत्तेजित करना चाहती थी,वह साफो पर बैठी थी l शामू अंदर आया,

“मैडम, मुझे माफ़ करना मैं कल रात नशे में था, मुझे नहीं पीना चाहिए था l” उसकी आँखें नीचे थीं,वह गंभीर लग रहा था l

उसने उसकी ओर देखा और कहा,” शामू तुमने गलती की है इसलिए तुम्हें सजा तो मिलनी ही चाहिए l”

“हाँ मैडम!”   उसने अपना बैग खोला और उसे कुछ दिया l

“इसे मेरे सामने पहनो!”  शामू ने देखा यह महंगा अंडरवियर था l

“मैडम आपके सामने!”

“हाँ पहनाे!”  वह शरमा रहा था, लेकिन उसके पास कोई विकल्प नहीं था, उसने अपने कपड़े उतार दिए और अंडरवियर पहन लिया l

“यह सुंदर लग रहा है, मेरे पीछे आओ l

वह शयनकक्ष में जा रही थी। शामू उसके पीछे केवल अंडरवियर पहने हुए चल रहा था। उसके दिल की धड़कन बढ़ती जा रही थी, मैडम बिस्तर पर बैठ गईं, उन्होंने अपनी शर्ट उतार दी और पेट के बल बिस्तर पर लेट गईं।  शामू ने गहरे भूरे रंग के नुकीले निपल्स के साथ उसके बड़े मोटे स्तन देखे। वह थोड़ा उत्तेजित हो गया l

“बिस्तर पर आओ और मेरी पीठ और चूतड़ो की मालिश करो l”

उसे थोड़ा हल्का महसूस हुआ, वह अपनी सज़ा जानने लगा था । वह धीरे से बिस्तर पर आया और उसकी नंगी पीठ पर मालिश करने लगा। वह बहुत शांत थी और मालिश का आनंद ले रही थी l

“शामू, मेरा पायजामा उतारो, और मेरे नंगे चूतड़ो की मालिश करो,मुझे वहां थोड़ा तनाव महसूस हो रहा है।”

शामू के हाथ काँप रहे थे, वह उसके गोल बड़े चूतड़ों को देख रहा था, वह उसकी मासूमियत का आनंद ले रही थी l

” मैडम मैं ऐसा कैसे कर सकता हूँ?”

“शरमाओ मत! मैं तुम्हें कह रही हूँ,उतार दो!”

शामू को याद आया, पिछली बार जब उसने मैडम को सोते हुए देखा था, तो उसका पायजामा नीचे गिर रहा था उसे उसकी चूत पर बाल दिखे थे, उसने पैंटी नहीं पहनी थी, आज फिर उसने पायजामा के नीचे कुछ नहीं पहना हो  तो l

उसका दिल तेजी से धड़कने लगा, उसने धीरे-धीरे उसके पायजामे को नीचे सर्कना शुरू कर दिया। उसकी बड़ी भूरी गांड बाहर उभरने लगी, उसने फिर  पैंटी नहीं पहनी थी । वह चूतड़ों के बीच गहरी भूरी रेखा देख रहा था, तभी उसकी नज़र गहरे भूरे रंग के छेद पर रुक गई, वह उसे ध्यान से देखने लगा, वह छोटा गोल था, उसने पहली बार किसी लड़की के चूतड़ का छेद देखा था। उसने पायजामा और नीचे सरका दिया। उसने अपनी आँखें घुमाई । वह उसकी चूत को बिस्तर पर गिरते हुए देख सकता था। यह पूरी तरह से शेव्ड  थी l

उसके चूतड़ पायजामे से पूरी तरह बाहर थे , शामू ने उसके चूतड़ों पर हाथ रखा और धीरे से मालिश करने लगा।

“शामू अपनी उंगली मेरे चूतड़ो की भूरी रेखा पर घुमाओ। और उसके छोटे से छेद को अपने अंगूठे से दबा लो “

वह बहुत उत्तेजित हो गया था, उसने अपने अंगूठे से उसकी गांड के छेद को दबाना शुरू कर दिया। वह पूरा मजा ले रही थी l

कुछ मिनट बाद वो बोली, ” शामू अपनी छोटी उंगली मेरी चूत में डालो, देखो क्या बह गीली है?”

उसने पीछे से अपनी उंगली उसकी चूत में डाल दी, उसने उंगली इधर-उधर घुमाई, वह पूरी तरह से गीली थी।

” मैडम यह पूरी तरह से गीली है!” उसने धीरे से कहा।

वह घूम गई और अपनी पीठ के बल लेट गई। उसने अपनी टाँगें खोल दीं,उसने अपनी उंगली से अपनी चूत खोली, शामू को उसकी गहरी गुलाबी चूत का छोटा सा छेद दिखाई दिया, उसने उसे अपनी भगनासा दिखाई,

“शामू इसे चाटो!” वह  धीरे धीरे अपना मुँह चूत के पास ले गया और अपनी जीभ उसकी भगनासा पर रख दी, वह चिल्लाई,

“हाँ!हाँ! शामू, इसे चाटो!”

शामू उसकी चूत चाट रहा था और वह ख़ुशी से चिल्ला रही थी, शेमू  की जीभ, होंठ  चूत के रस से पूरी तरह गीले थे, कुछ रस उसकी गर्दन में  भी जाने लगा था । वह लगातार चाट रहा था, यह उसका पहला अनुभव था, वह मैडम को पूरा आनन्द देना चाहता था।

वह आनंद ले रही थी, और खुशी से चिल्ला रही थी। धीरे-धीरे उसका चरमोत्कर्ष निकट आ रहा था। लेकिन वो उसे दबा रही थी,वह लंबे समय तक चाटने का आनंद लेना चाहती थी। शामू ने बिना सांस लिए उसकी चूत को चाटना जारी रखा। उसके लिए अपने संभोग सुख को दबाना कठिन होता जा रहा था। फिर उसने शामू को बिस्तर पर लेटने के लिए कहा, वह उसके ऊपर आना चाहती थी।

शामू बिस्तर पर लेट गया, उसने बैठ कर उसका अंडरवियर उतार दिया। उसका लंड पूरी तरह से सख्त हो गया था, उसने उसके लंड को अपने मुँह में डाल लिया और चाटने लगी, कामोत्तेजना पर उसका नियंत्रण खो रहा था, वह ऊपर आ गई और लंड पर बैठ गई, लंड एक तेज़ चाकू की तरह तेजी से उसकी चूत में चला गया, उसने अपने चूतड़ हिलाने शुरू कर दिए। उसकी चूत चाटने से शामू पहले से ही बहुत उत्तेजित हो गया था।

“मैडम आप बहुत हॉट हो, मेरा वीर्य बहुत जल्दी आने वाला है l”  उसने परवाह नहीं की और अपनी गति बढ़ा दी। उसके चूतड़ बहुत तेजी से हिल रहे थे,

“आह्ह.. आह्ह.. हे भगवान… “!  बह चिलाने लगी,  शामू  का लंड उसी समय फूट पड़ा। उसकी चूत में  वीर्य तेज़ दबाव के साथ निकलने लगे। बह अपने चूतड़ तेजी से तभी तक हिलाती रही जब तक बीर्य की आखिरी बूँद  उसकी चूत में नहीं आ गयी।

फिर वह उसके पेट पर लेट गयी । लंड अभी भी उसकी चूत में ही था, वो तब तक लेटी रही जब तक लंड नरम होकर अपने आप  चूत से बाहर नहीं आ गया। फिर वह नीचे आई और नहाने चली गई, शामू ने अपने कपड़े पहने, मैडम ने उसे खूब चोदा था । वह आलिया  मैडम की शाम थी। लेकिन शामू के लिए यह कोई बुरी सज़ा नहीं थी। वह भी खुश था l

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