कुंवारी मीना पृष्ठ 11-15
शालू ने मीना को उत्तेजित करने की कोशिश की -11
रविवार की सुबह मीना अपने घर की छत पर टहल रही थी, तभी उसने देखा कि शालू घर के पिछवाड़े में पौधे साफ कर रही थी। उसके पास एक छोटा सा सुंदर बगीचा था। उसने छोटी छोटी स्कर्ट पहनती थी। जब भी वह पौधों की ओर झुकती थी, तो उसकी स्कर्ट उसके छोटे अंडरवियर और बड़े गोल नितंबों को उजागर कर देती थी। मीना लेस्बो नहीं थी। लेकिन वह उसके नितंबों में रुचि रखने लगी, जब उसने उसे घोड़े के बड़े लिंग को छूते हुए देखा। जब शालू ने मीना को देखा तो उसने उसे बात करने के लिए यहां आने को कहा।
मीना वहाँ गई, उसे सुंदर ताजे फूल पसंद थे। उसने बातचीत शुरू की। कुछ मिनटों के बाद, शालू ने चारों ओर देखा, वास्तव में केवल मीना का घर ही पास था। उसने अपनी छोटी फ्रॉक उतार दी। “मुझे बहुत गर्मी लग रही थी मीना।” मीना उसे ब्रा और अंडरवियर में देखकर हैरान थी,उसके स्तन गेंद की तरह ब्रा में कसे हुए थे, तभी मीना की नजर उसके अंडरवियर पर गई। उसकी बड़ी चूत अंडरवियर से उभर रही थी, जो उसकी चूत से लगभग दोगुनी लग रही थी। मन में मीना ने सोचा, यह तो बहुत बड़ी है, मादा घोड़े की जैसी । यह आसानी से घोड़े का लिंग भी सहन कर सकती है।

कुछ समय बाद शालू ने सफाई समाप्त कर ली। उसने अपना चेहरा धोया और अपना शरीर सुखाया। वे बगीचे में बेंच पर बैठ गए और फूलों के बारे में बात करना शुरू कर दिया। शालू ने उसे बताया कि उसने स्कूल में सीखा था। उसने कुछ महीनों तक फूलों की नर्सरी में भी काम किया। अचानक शालू ने मीना से पूछा, “क्या यह ठीक है कि उसने कपड़े नहीं पहने हैं।”
मीना ने हंसते हुए कहा, “आप उन छोटे कपड़ों में अधिक सुंदर दिखते हैं।”
शालू ने भी हंसते हुए कहा, “मुझे भी लड़कियों को नग्न या छोटी पोशाक में देखना पसंद है।”
मीना यह सुनकर दंग रह गई। शालू उसके शरीर को देख रही थी। उसका शरीर कांप उठा। उसने खुद को नियंत्रित किया और कहा, “कुछ लड़कियों का शरीर बहुत अच्छा होता है, बिकनी में सुंदर लगती हैं, जैसा हम फिल्मों में देखते हैं।”
“हाँ, पर मेरा शरीर उनके जैसा नहीं है। मेरे स्तन पहले ही झड़ने लगे हैं। कभी-कभी मुझे नितंबों में भी दर्द होता है।”
अगर आप घोड़े का बड़ा लिंग लेंगे तो आपके नितंबों में दर्द तो होगा ही, मीना ने मन ही मन सोचा।
तभी शालू का पति मोनू उनके लिए चाय लेकर आया। मीना को नहीं पता था कि वह घर पर है और चाय बना रहा है। उसने उसे नमस्ते कहा। उन्होंने चाय पीना शुरू कर दिया। मोनू बगीचे के कोने में कुछ व्यायाम करने लगा। मीना ने उसके पजामे की ओर देखा। जब धूप उस पर पड़ रही थी तो उसका बड़ा गाजर पजामे मे दिख रहा था। मीना ने कुछ बार चुपके से देखा। “शालू को घोड़े के लिंग की आवश्यकता नहीं मोनू का लिंग भी घोड़े के लिंग जितना ही बड़ा लग रहा है ।” वह फुसफुसायी।
कुछ देर बाद मीना घर वापस आई। लाली उसका कमरा साफ कर रही थी। “लाली कैसी हो, आज तुम्हारा चेहरा बहुत चमक रहा है।” मीना ने मुस्कुराते हुए कहा।
लाली हंस पड़ी और बोली, “यह सब मेरे पति की वजह से है, कभी-कभी वह अपना काम बहुत अच्छे से करते हैं।”
“लेकिन आज तुम्हारे स्तन तो साफ़ हैं, कोई दाग नहीं है।“
“हाँ मैडम, आज दाग दूसरी जगह पे हैं।”लाली मुस्कुराई।
“कहाँ?” मीना ने फिर पूछा।
“मैडम छोड़ो, मुझे शर्म आ रही है।”
“ मुझे बताओ, नहीं तो मैं तुम्हारे सारे कपड़े उतार दूँगी।”
लाली हँसी और बोली,” मेरी चूत के आसपास,उसने कल रात बहुत देर तक इसे चाटा l मुझे कई बार चरमसुख मिला l”
“वाह, कई बार करने के बाद भी आपको थकान महसूस नहीं हुई।”
“ नहीं मैडम, अगर वह सही तरीके से करता है तो मुझे थकान महसूस नहीं होती।”
“लाली, मैं नहाना चहती हूँ , मैं शालू के बगीचे में थी । वहां बहुत गर्मी थी । तुम सफाई खत्म करो फिर हम बात करते हैं।”
“ ठीक है मैडम,” मीना बाहर चली गई।
लाली को मीना बहुत पसंद थी। वे हमेशा अच्छे दोस्तों की तरह बात करते थे। लाली को शालू के साथ कुछ विशेष अनुभव था। उसने मीना को बताने का फैसला किया।
जब लाली ने उसकी चूत की मालिश की -12
मीना स्नान कक्ष में थी। वह आईने के सामने तौलिये से अपना शरीर सुखा रही थी। तभी उसकी नजर अपनी योनि पर गई, वहां बहुत सारे बाल थे, उसने कभी शेव नहीं की थी। उसने धीरे से अपनी उंगली से उसे खोला और उसके छोटे से गुलाबी छेद को देखा। “हे भगवान, यह इतना छोटा है कोई लड़की घोड़े के बड़े लिंग को इसमें कैसे डाल सकती है।” वह फुसफुसायी।
लाली अभी भी कमरे में कुछ कर रही थी जब मीना तौलिया पहन वापस आई। “मुझे आशा है तुम मेरा बलात्कार नहीं करेंगी , मैं केवल तौलिया पहने हुए हूं।” मीना हँसी ।
“मैं कर सकती हूँ, सावधान रहें मैडम। मैं आज बहुत आक्रामक हूं।”लाली भी हंस पड़ी,”मैडम मैं आपसे कुछ खास बात करना चाहती हूं”
“किस बारे में, लाली ?”
“मैडम आप शालू मैडम के घर गए थे। सावधान रहें वह बहुत अच्छी महिला नहीं है।”
“लाली क्या हुआ,उसने तुम्हारे साथ क्या किया?” मीना थोड़ा गंभीर हो गई।
“मैडम जब वह अपने पति के साथ यहां आईं, तो वह मेरे घर आईं और पूछा कि क्या मैं उनके घर पर उनकी मदद कर सकती हूं। मैंने उनसे कहा कि मैं आपके घर पर काम कर रही हूं, मेरा पति और घर है, मेरे पास हर रोज उनकी मदद करने का समय नहीं है। लेकिन मैं कभी-कभी उनकी मदद कर सकती हूं। फिर मैं एक दिन उनके घर सफाई करने और घर की व्यवस्था करने में उनकी मदद करने गई , उन्होंने मुझे इसके लिए भुगतान किया, सब कुछ ठीक था। शालू मैडम ने मुझे बताया कि कभी-कभी उनके नितंबों में दर्द होता है, उन्हें मालिश करने वाली की जरूरत है, अगर मैं किसी को जानती हूं, तो उन्हे बताऊं। मैंने उससे कहा कि मैं मालिश कर सकती हूं, मैं जानती हूं कि इसे उचित तरीके से कैसे किया जाता है। एक दिन उसने मुझे मालिश करने के लिए कहा और मैं चली गई ।
जब हम मालिश के लिए तैयार थे, तो उसने अपने सारे कपड़े उतार दिए, जिसमें पैंटी और ब्रा भी शामिल थे। मुझे लगा कि वह मालिश के बजाय मुझे अपना शरीर दिखाना चाहती थी। वह पूरी तरह से नग्न होकर बिस्तर पर लेट गईं। कोई ब्रा नहीं, कोई अंडरवियर नहीं। मैं हैरान थी । लेकिन मैंने उनके नितंबों की मालिश करना शुरू कर दिया, कुछ देर बाद उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और तुमने ने अच्छी तरह से मालिश की।
फिर उसने कहा, लाली तुम अच्छी दिखने वाली लड़की हो। तुमने बहुत अच्छी मालिश की। क्या तुम यहाँ मालिश कर सकती हो। मैं दंग रह गई ।
“वह कहाँ चाहती थी, तुम मालिश करो,” मीना ने उत्सुकता से पूछा।
लाली हँसी और बोली, “वह चाहती थी कि मैं उसकी चूत की मालिश करूँ, वह घूम गई, उसकी चूत पूरी तरह से शेव की हुई थी और मेरे हाथ जितनी बड़ी थी।”
मीना हंस पड़ी और बोली, “वाह शालू !! तो क्या तुमने उसकी चूत की मालिश की थी।”
“दरअसल मैंने ऐसा किया क्योंकि मुझे पैसे की जरूरत थी। शायद जब मैं उसके नितंबों को छू रही थी तो उसकी योनि गीली हो गई थी। मुझे लगता है कि वह चरमसुख प्राप्त करना चाहती थी। मैंने कुछ मिनट मालिश की, उसे वह मिल गया जो वह चाहती थी, फिर उसने मेरे स्तनों को छुआ और कहा, यह सुंदर और कठोर है, मुझे ये पसंद हैं।”
“मुझे भी तुम्हारे स्तन और निप्पल बहुत पसंद हैं, ये बड़े गोल और सुन्दर हैं।”मीन बोली l
“मैडम, आप चाहें तो इन्हें छू सकती हैं या पी सकती हैं, मुझे बहुत मजा आता है।” लाली हंस पड़ी।
“पागल, मुझे आपके स्तनों का आकार और आकृति पसंद है। चाटना नहीं।”
“अगर मैं आपके स्तनों की मालिश करूँ तो वे भी मेरे जैसे बड़े और गोल हो जाएंगे, मैडम।”
“अगर मेरे स्तनों को छूने से मेरी चूत तैयार हो गई तो ,तुम्हारे पास तो लिंग ही नहीं हैl तब मैं क्या करुंगी ?”
“ कोई बात नहीं, मैं उसकी भी मालिश कर दूंगी। मैडम”
“क्या तुमने शालू की चूत चाटी? लाली”
“ नहीं मैडम, मैंने तो बस मालिश की थी, वह चाहती थी कि मैं अपनी उंगली अंदर डालूं, और मैंने अपनी दो उंगलियां डाल दीं। लेकिन मैंने चाटा नहीं मुझे लगता है कि उसे सेक्स के लिए लड़कियां और पुरुष दोनों पसंद हैं।”
“और मुझे लगता है कि उसे घोड़े के साथ सेक्स भी पसंद है।” मीना ने कहा,
“मैं भी ऐसा ही सोचती हूँ,उसने मुझसे कहा कि मैं किसी को कुछ न बताऊं लेकिन मैं तुम्हें बताना चाहती थी।”
“तुमने अच्छा किया। लाली, मुझसे कहा , मैं सावधान रहूँगी ।”
सुबह जब वह ब्रा और छोटे अंडरवियर पहनकर उसके साथ बैठी, तो मीना समझ गई थी कि उसे महिला के साथ सेक्स पसंद हों सकता है। अब उसे यकीन हो गया, वह उसके साथ सेक्स करना चाहती थी l
शालू ने मीनू को अपनी बड़ी नंगी गांड दिखाई -13
मीना और एली कॉलेज के बगीचे में बैठे थे। एली ने मीना से कहा कि वह घुड़सवारी सीखने में रुचि रखती है,लेकिन वह बड़ी रकम खर्च नहीं कर सकती । यदि उसका पड़ोसी उसे कम कीमत पर सिखाने के लिए तैयार हो तो वह सीखना चाहती है।
“क्या तुम सच में घुड़सवारी सीखना चाहती हो? या बड़े लिंग की सवारी करना? “मीना ने पूछा l
“दोनों, यदि संभव हो तो,” एली ने हँसते हुए कहा।
“तब तुम्हारी योनि मेरे हाथ जितनी बड़ी हो जाएगी।”
“कोई समस्या नहीं है। मैं आनंद लेना चाहती हूँ। मुझे किसी से शादी नहीं करनी , मुझे अपनी चूत बचाने की जरूरत नहीं है।” एली मुस्कुराया और कहा,
“तुम मज़ाकिया हो, मैं शालू से पूछूंगी अगर वह तुम्हें सिखा सकती हो ”
शाम को मीना शालू से मिलने उसके घर गई।
“मीना अंदर आओ,” शालू ने दरवाजा खोलते हुए कहा, वे कमरे में बैठ गए और बातें करने लगे। मीना ने उसे घुड़सवारी सीखने की एली की इच्छा के बारे में बताया।
“मीना, वह आपकी अच्छी दोस्त है, आप हमारी पड़ोसी हैं और अच्छी दोस्त भी हैं, इसलिए पैसा कोई समस्या नहीं है। वह जितना दे सकती है दे , कोई बात नहीं, हम उसे घुड़सवारी सिखा देंगे।”
“धन्यवाद शालू, मैं उसे बता दूंगी और उसे तुमसे मिलवाऊंगी। वह खुश हो जाएगी।”
मीना खड़ी हुई और बाहर जाने लगी। शालू भी खड़ी हो गई और उसका हाथ पकड़ कर बोली, “बैठो प्रिये, मैं तुम्हारे लिए चाय बनाती हूँ, हम बात करेंगे।” जब उसने मीना का हाथ पकड़ा तो उसे कुछ अजीब सा महसूस हुआ, वह मुस्कुराई और बैठ गई। शालू चाय बनाने लगी, तभी अचानक शालू ने अपना हाथ अपने दाहिने नितंब पर रखा और कहा, “मीना मुझे नहीं पता मुझे यहाँ इतना कठोर और दर्दनाक क्यों लग रहा है। देखो यहाँ क्या है।”
वह झुक गई, उसके बड़े गोल नितंब मीना के चेहरे के सामने थे। मीना ने अपना कांपता हाथ उसके नितंब पर रखा और धीरे से दबाया, “शालू मुझे कुछ महसूस नहीं हुआ।” मीना ने धीरे से कहा।
“हाँ प्रिय, शायद मैंने बहुत सारे कपड़े पहने है।” उसने अपनी सलवार और अंडरवियर नीचे कर दी। “अब देखो, प्रिय।” मीना सामने उसके नग्न बड़े नितंबों को देखकर कांप उठी, उसका चेहरा लाल हो गया, आँखें चौड़ी हो गईं। “देखो प्रिय, क्या तुम्हें वहाँ कठोर महसूस हो रहा है।”
मीना को लगा कि उसके पास कोई विकल्प नहीं है। उसने अपना हाथ नंगे नितंब पर रखा और उसे दबाया, वह और अधिक अजीब चीजें नहीं चाहती थी। उसने कहा, “हाँ शालू ,यह जगह सामान्य से अधिक कठोर है। इसीलिए तुम्हें दर्द हो रहा है।”
शालू ने अपनी सलवार वापस पहन ली। मीना को कुछ राहत महसूस हुई। उसने कहा, “शालू तुम बैठो, मैं चाय बनाती हूँ।” शालू मुस्कुराते हुए बैठी और बोली, “मीना तुम्हारे हाथ बहुत नरम हैं।” उसकी नग्न गांड अभी भी मीना की आँखों में घूम रही थी। उसे यकीन था कि शालू उसके साथ सेक्स करना चाहती है। लेकिन उसे यकीन था कि शालू उसे पकड़कर सेक्स के लिए मजबूर नहीं करेगी।
वे चाय पी रहे थे। मोनू कमरे में आया और बोला, “मीना तुम कैसी हो। तुम भी घुड़सवारी क्यों नहीं सीखती।” मीना ने उसकी ओर देखा। उसकी नजर उसके पजामे पर पड़ी। जब वह चल रहा था तो उसका लंबा लिंग उसके पजामे के अंदर हिल रहा था। मीना उसके आकार की स्पष्ट कल्पना कर सकती थी।
“नहीं नहीं, मुझे सवारी करने से डर लगता है, मुझे यकीन है कि मैं गिर जाऊंगी। “मीना ने मुस्कुराते हुए कहा।
“नहीं यह खतरनाक नहीं है, शालू तुम्हारे साथ कुछ बार बैठ सकती है, आप अच्छी सवार बन सकती हैं।”
“ठीक है, अपनी गर्मी की छुट्टियों में मैं कोशिश कर सकती हूं।” मीना जानती थी कि अगर शालु घोड़े पर उसके पीछे बैठेगी, तो वह निश्चित रूप से उसके शरीर, पेट को छूएगी या उसके स्तनों को अच्छी तरह से मालिश करेगी। यह भी संभव है कि वह अपनी चूत को लगातार उसके नितंबों से रगड़े , वह उसके साथ सेक्स के लिए पागल थी।
मोनू के हिलते हुए लम्बे लिंग ने मीना के मन को खुशी से भर दिया था। वह मोनू को सीधे तौर पर ‘नहीं’ नहीं कहना चाहती थी।
मीना को थोड़ा आश्चर्य हुआ, वह उम्मीद कर रही थी कि मोनू, शालू का पति उसके साथ सेक्स करने की कोशिश कर सकता है, लेकिन उसने कभी उम्मीद नहीं की थी कि शालू उसके साथ सेक्स करने की कोशिश करेगी। मोनू उसके साथ बहुत ही विनम्र और सम्मानजनक था और कभी भी कुछ भी असामान्य नहीं करता था।
एली ने बताया कि वह सेक्स के लिए तैयार है -14
मीना अपने कमरे में बैठी हुई एली का इंतज़ार कर रही थी। उसने घुड़सवारी शुरू कर दी थी। उसने मीना से वादा किया कि वह घुड़सवारी प्रशिक्षण के बाद उसके घर आएगी।
तभी शमू मीना के कमरे में आया और पूछा। “मैडम, शालू को मेरी मदद चाहिए, क्या मैं उसके घर जा सकता हूँ।” मीना ने उसे अनुमति दे दी। वह चला गया। मीना ने सोचा कि शालू घर पर अकेली थी, मोनू, एली को घुड़सवारी सिखा रहा था। इस समय शालू को शमू से क्या मदद चाहिए। वह मुस्कुराई। इसका मतलब शमू भी शालू की चूत की मालिश कर रहा था।
शालू एक बड़ी चीज थी,वह हर किसी के साथ सेक्स की कोशिश करना चाहती थी l उसका शरीर अच्छा सेक्सी था। बड़े स्तन, अच्छे गोल बड़े नितम्ब। वह जानती थी कि कैसे अच्छे से बात करनी है और हर अवसर का अपने पक्ष में कैसे उपयोग करना है। वह कुछ हद तक मीना को अपनी ओर आकर्षित करने में भी सफल रही थी l
तभी एली मीना से मिलने आई। वह बहुत खुश दिख रही थी। “तुम्हारा पहला घुड़सवारी का दिन कैसा रहा,” मीना ने उत्सुकता से पूछा।
“बहुत अच्छा, मुझे बहुत मज़ा आया। मोनू अच्छा आदमी है।”
“ ठीक है, क्या तुमने पैसे के बारे में बात की।”
“ हाँ, उसने कहा कि तुम मीना की दोस्त हो, वह हमारी पारिवारिक मित्र है, इसलिए चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। पहले तुम कुछ बार सवारी करो, अगर तुम्हें पसंद आया, तो हम शुल्क के बारे में बात करेंगे, तुम मुझे कुछ भी भुगतान कर सकते हो, मुझे खुशी होगी।”
“आप कुछ भी भुगतान कर सकते हैं, उसने यह कहा।” मीना मुस्कुराई।
“हाँ उसने कहा, कुछ भी।” एली भी हँसी ।
“अब तुम क्या सोचती हो, तुम उसे पैसे दोगी।”
“ मुझे उसे पैसे देने की कोई जरूरत नहीं है, मुझे लगता है कि उसके पास मेरे लिए उपयुक्त लिंग है। तुम्हें पता है कि मुझे बड़ा लिंग पसंद है। मुझे उसे चूत देने में कोई समस्या नहीं है। मैं तुम्हारे गन्ने के खेतों में उसे अपनी चूत देने की पेशकश करूंगी, मुझे अच्छा लगेगा अगर वह मुझे खेत में चोदे।”
“ठीक है, अगर आपको यह पसंद है। हमारे गन्ने के खेत आपके हैं, आप जो करना चाहते हैं करें।” मीना हंसी ।
“एली, उसकी पत्नी भी बहुत चालाक है। उसे भी लड़कियों के साथ सेक्स करना पसंद है, उससे भी सावधान रहना।”मीना ने कहा l
“ओह सच में। क्या उसने तुम्हें आजमाया है?”
“ हाँ, जब भी मैं उसके घर जाती हूँ, वह हमेशा कोशिश करती है। पिछली बार जब मैं तुम्हारे बारे में बात करने गई ,तो उसने मुझे अपना नग्न नितंब दिखाया और मुझे एक जगह छूने के लिए कहा, उसने कहा कि उसे वहाँ दर्द हो रहा है। मुझे लगता है कि वह मुझे सेक्स के लिए उत्तेजित करना चाहती थी ।”
“आह ठीक है। तो मुझे उसे भी कोई पैसा देने की जरूरत नहीं है। क्या उसके पति ने भी तुम्हें आजमाया। “
“नहीं, उसने मुझसे कुछ नहीं कहा। वह केवल हमारे आसपास अपने पजामा में लंबे लिंग को हिलाते घूमता रहता है।” वे हँसी।
तभी मीना की माँ चाय लेकर आई, वे चाय पीने लगे।
मीना,शालू का पति मोनू को नहीं जानती थी, लेकिन उसे एली पर पूरा भरोसा था, वह उसे कोई पैसा नहीं देने वाली थी।
शालू ने नौकर शमू को चोदा- 15
दोपहर का समय था, मीना कॉलेज से आने के बाद अपने कमरे में बैठी थी, वह थोड़ी उदास थी, वह खेतों में शमू या उसके लिंग को नहीं देख सकी थी। वह शमू पर थोड़ा गुस्सा थी। मन ही मन सोच रही थी कि शमू खेतों में अभ हस्तमैथुन क्यों करेगा,उसे लिंग डालने के लिए शालू की चूत जो मिलगई थी ।
तभी शमू उसके कमरे में आया और पूछा,” मैडम क्या आप कुछ खाना चाहती हैं” मीना ने कहा “नहीं।” जब वह जाने लगा तो मीना ने कहा “शमू रुको यहां आओ।”
शमू रुक गया, उसने अपने पायजामे को देखा, सब कुछ ठीक लग रहा था। उसने धीरे से कहा। “हाँ मैडम।”
“ शमू तुम कल शालू के घर गए थे। सावधान रहना, वह अच्छी महिला नहीं है।”
“ ठीक है मैडम, मुझे भी कल ऐसा ही लगा।” शमू ने अपनी आँखें नीची करते हुए कहा। वह समझ गया कि मीना को शालू से मिलना पसंद नहीं आया। उसने सावधानी से मीना के करीब आने का फैसला किया।
“कल उसने क्या कहा ।”मीना ने उत्सुकता से पूछा l
मैडम जब मैं उसके घर गया तो वह बिस्तर पर लेटी हुई थी। उसने कहा कि उसके टांग में बहुत दर्द हो रहा है, क्या वह मालिश कर सकता है। मैंने कहा कि मुझे मालिश करना नहीं आता लेकिन मैं लाली को बुला सकता हूँ, वह मालिश करना जानती है।
मीना समझ गई कि शालू ने वही तरीका अपनाया जो उसने लाली के साथ इस्तेमाल किया था, लेकिन शामू मर्द था, वह आसानी से उसकी चूत चोदने के लिए तैयार हो सकता था।
“ठीक है,क्या तुमने लाली को बुलाया l “
“नहीं मैडम ,शालू मैडम ने कहा कि वह खुद उससे पूछ लेंगी, और वह अब जा सकता है, फिर मैं वापस आ गया l”

“ठीक है, अब तुम जा सकते हो, मुझे कुछ नहीं चाहिए।” शमू चला गया।
शमू ने मीना से झूठ बोला, वास्तव में उसके लिए मीना को सच बताना असंभव था। उसने शालू के पैर, नितंब मालिश किए और फिर उसकी चूत को चोदा। लेकिन उसे उसकी चूत पसंद नहीं आई, उसे चोदना कॉफी के कप में चम्मच की तरह था। उसकी चूत बड़ी और ढीली थी। उसने पहले ही तय कर लिया था कि वह फिर कभी शालू को नहीं चोदेगा और मीना के घर पर अपनी अच्छी नौकरी को खतरे में नहीं डालेगा। वह यह भी जानता था कि यदि मीना को शालू के साथ उसके रिश्ते के बारे में पता चल गया तो वह कभी भी उसका लिंग पसंद नहीं करेगी और उसे कभी भी मीना की तंग चूत चोदने का मौका नहीं मिलेगा।
शामू यहाँ चतुर बनने की कोशिश कर रहा था। लेकिन वह नहीं जानता था कि शालू मैडम कोई बेवकूफ छोटी चीज नहीं है। वह बहुत चतुर महिला है। एक दिन वह उसे नींबू की तरह निचोड़ देगी।
मीना उलझन में थी, शालू हर किसी के साथ सेक्स करने की कोशिश क्यों कर रही थी। उसका पति बड़ा लंबा लिंग वाला अच्छा आदमी था। वह घोड़े के कठोर लिंग का भी आनंद ले सकती थी।
शायद मोनू को भी उसकी बड़ी ढीली चूत पसंद नहीं थी। उसने एली के बारे में सोचा, वह सही थी जब उसने कहा था कि वह शादी नहीं करना चाहती। क्योंकि उसकी चूत अब इतनी बड़ी हो गई है, सामान्य आकार के लिंग वाले कई आदमी उसकी चूत से संतुष्ट नहीं होंगे।
मुझे सावधान रहने की जरूरत है l लड़कियों के लिए यह कितना मुश्किल है, वे मोटे लिंग के साथ आनंद लेना चाहती हैं, लेकिन ये बड़े लिंग उनकी योनि को चौड़ा कर देते हैं।