यह सितंबर महीने के अच्छे दिनों में से एक था। चारों ओर पीले पत्तों वाले पेड़ थे। पौधे अलग-अलग रंगों में सुंदर लग रहे थे। जेनी जंगल में तालाब के पास बैठी थी l वह युवा चित्रकार थी और प्रकृति चित्रकला से प्रेम करती थी,वह अपनी अगली पेंटिंग के लिए चीज़ें तैयार कर रही थी। तभी उसने लगभग पचास वर्ष के एक व्यक्ति को अपनी ओर आते देखा। उस आदमी के पास पेंटिंग का सामान भी था। वह एक पेशेवर चित्रकार लग रहा था। वह जेनी के पास आया l वे बातें करने लगे। उसका नाम नेकोल्स था। उसने कहा कि उसे इंसानों की पेंटिंग बनाना पसंद है, अगर वह सहमत हो तो वह उसकी पेंटिंग बनाना चाहता है। जेनी यह सुनकर बहुत ऊतेजीत हो गई। किसी ने भी उसकी पेंटिंग नहीं बनाई थी , वह तुरंत तैयार हो गई। नेकोल्स ने उसे तालाब के सामने पेड़ के पास खड़े होने के लिए कहा।
वह खुशी-खुशी वहां गई, उसने उसकी तस्वीर बनानी शुरू कर दी। जेनी ने देखा, वह बहुत तेजी से पेंटिंग कर रहा था, आधे घंटे के बाद, वह जेनी के पास आया ।
“मैडम आपकी पेंटिंग तैयार है, आशा है आपको यह पसंद आएगी”, उसने कहा और वहां से चला गया l
जेनी अपनी चित्रित तस्वीर को देखने के लिए उत्सुक थी। जब उसने पेंटिंग की ओर देखा, तो वह यह देखकर दंग रह गई, यह बिल्कुल स्पष्ट उसकी नग्न पेंटिंग थी । उसने ध्यान से देखा, उसके बाएं स्तन पर निशान था, यह पेंटिंग में भी था। कल उसने अपनी योनि को शेव किया था। चित्र में वह भी शेव किया हुआ था, वह उलझन में थी, कि वह आदमी उसे नग्न कैसे देख सकता है। कैसे वह उसके शरीर के बारे में सब कुछ जानता था ।उसने चारों ओर देखा, वह आदमी गायब था l
वह घर वापस आई और पेंटिंग को सुरक्षित स्थान पर रख दिया, उसे वह पेंटिंग बहुत पसंद आई, भले ही वह पूरी तरह से नग्न लड़की थी।
वह उस आदमी को ढूंढने के लिए रोज तालाब के पास जाती थी, लेकिन उदास होकर लौट आती थी।
एक सप्ताह के बाद, एक अजीब बात हुई, उसने पेंटिंग की ओर देखा। वह फिर से दंग रह गई, उसने योनि पर भूरे बाल देखे,”यह बाल किसने बनाए? “ वह चिल्लाई उसने अपना अंडरवियर उतार दिया, और दर्पण के सामने भागी ,उसने देखा, उसकी योनि पर वैसे ही भूरे बाल थे।उसने पेंटिंग के सामने अपनी योनि को शेव करना शुरू कर दिया। पेंटिंग से बाल भी गायब होने लगे।
वह फर्श पर बैठ गई और रोने लगी, “कृपया मुझे बताएं कि आप कौन हैं?, तुम मुझसे क्या चाहते हो?” तभी उसने उस आदमी की आवाज सुनी ।
“डरो मत प्रिय, मैं भी यहीं रह रहा हूं”।
“मैं आपको क्यों नहीं देख सकती , सर”।
“क्योंकि किसी ने मुझे यहां मार डाला, मैंने उसकी नग्न तस्वीरें बनाई थीं”।
“तो फिर तुम मुझसे क्या चाहती हो?”
“मैं तुमसे और तुम्हारे शरीर से प्यार करता हूँ, इसीलिए मैंने तुम्हें चित्रकार बनाया “,
“लेकिन मैं आपसे प्यार नहीं करती, सर”,
“मुझे पता है प्रिय, आपको पेंटिंग करना पसंद है, यह मेरे लिए आपका प्यार है”, जेनी को याद था जब वह इस अपार्टमेंट में रहने आई थी, अचानक उसे पेंटिंग में रुचि हो गई थी l
“चिंता मत करो प्रिये, मैं तुम्हें चोट नहीं पहुँचाऊँगा, फिर आवाज गायब हो गई”।
एक दिन जेनी को एक अजीब विचार आया, वह पेंटिंग के सामने गई। उसने अपनी योनि को रगड़ना शुरू कर दिया। जैसे ही उसकी योनि फैलने लगी, होंठ खुलने लगे, चित्र में भी वही हो रहा था। जब उसकी योनि पूरी तरह से तैयार हो गई। वह चिल्लाई, “कृपया, अपना लिंग मेरी योनि में डालें”, तभी उसने महसूस किया, एक बड़े आकार का लिंग उसकी योनि में घूमने लगा। कुछ ही मिनटों में वह चरम पर पहुंच गई l
“ मैं भी आपसे प्यार करती हूं निकोलस”, बह चिलाई ,उसके बाद उन्होंने कई बार सेक्स किया, जेनी निकोलस के साथ खुशी से रहने लगी, पेंटिंग ने पुराने प्रेमियों को जोड़ा दिया ।