कैफे लड़की की क्रेजी  इच्छा (+18)

 

शहर के मध्य में हलचल भरे कैफे में यह एक सामान्य शनिवार की रात थी। हवा ताज़ी बनी कॉफ़ी की सुगंध से भरी हुई थी और कमरे में गपशप की आवाज़ गूंज रही थी। इस शोर-शराबे के बीच कोने की मेज़ पर एक लड़की अकेली बैठी थी, उसकी नज़रें दरवाज़े पर टिकी थीं। वह कैफ़े में नियमित रूप से आती थी। लेकिन आज रात, कुछ अलग था l उसकी आँखों में एक लालसा थी, मानो वह किसी खास का इंतज़ार कर रही हो। जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, कैफे खाली होने लगा। हर गुजरते मिनट के साथ लड़की की प्रत्याशा बढ़ती गई।

उसका नाम प्रोही था, वह लगभग तीस साल की युवा लड़की थी, लंबे समय से उसका कोई प्रेमी नहीं था l पिछले शुक्रवार को जब उसकी छुट्टियाँ शुरू हुईं तो वह अपनी अकेली रातों में कुछ खास चाहती थी l

वह कैफ़े में इस उम्मीद के साथ बैठी थी कि उसे कुछ ऐसा मिले जिससे उसकी रात चमक उठे, आधी रात हो चुकी थी, उसने पाया कि वह कैफ़े में एकमात्र ग्राहक थी, जब कैफ़े कर्मचारी लगभग बीस वर्षीय युवक ने उससे कहा, “मैडम पन्द्रह मिनट में हम कैफ़े बंद करने जा रहे हैं”उसने तेजी से कहा “आह! ठीक है”, उसने ऐसे कहा जैसे वह गहरी सोच में थी। उसने लड़के की ओर देखा, वह टेबल साफ कर रहा था, वह जानती थी  कि उसे जल्द ही जाना होगा, लंबी अकेली रात बिताने के लिए आखिरी मिनट में, वह कैफे से बाहर आई, उसकी कोई योजना नहीं थी, मौसम अच्छा था, वह कार पार्क के पास खड़ी होकर इधर-उधर देख रही थी l

तभी एक कार उसके पास रुकी, “मैडम क्या आपको टैक्सी चाहिए?” उसने ड्राइवर की तरफ देखा, वह वही कैफे वाला लड़का था l “हाँ, मैं घर जाना चाहती  हूँ”, 

“अगर आपको कोई आपत्ति न हो तो मैं आपको आपके घर छोड़ सकता हूँ”,

वह उसकी  कार मे  बैठ गई, उसने कई बार लड़के की ओर देखा लेकिन कोई  भी बात नहीं की, कुछ ड्राइव के बाद, “मैडम आप उदास लग रही हैं, क्या सब कुछ ठीक है”, वह हँसी, “हाँ, मैं ठीक हूँ ,आप कैफे में कितने समय से काम करते हैं?”

“ लगभग दो साल से , मैडम, आप सप्ताहांत पर  ही कैफे आते हैं, मैंने देखा”

 “हाँ, मेरे पास सप्ताह के दौरान काम होता है”।

उन्होंने कुछ देर बात की, फिर कार उसके घर की पार्किंग के पास रुकी, उसने लड़के से अपने घर आने को कहा, वह कुछ और बात करना चाहती थी l 

“मैडम, अगर आप चाहें तो मैं पूरी रात रुक सकता हूं”, लड़का मुस्कुराया, प्रोही को एक उम्मीद दिखी। लेकिन लड़का  छोटा और शर्मीला था, उसे यकीन नहीं था कि वह उसकी सेक्स इच्छा को पूरा कर पाएगा या नहीं। वे अंदर गए, तरोताज़ा होने के बाद वह लड़के को अपने बिस्तर पर ले गई, उसने अपना तौलिया हटा दिया, वह उसके सामने पूरी तरह से नग्न थी, उसने लड़के को उसके शरीर के साथ खेलने के लिए कहा। कुछ देर तक लड़के ने उसके मोटे स्तनों और शेवड  योनि को छुआ, फिर प्रोही ने उसका  अंडरवियर उतारना शुरू कर दिया, वह उसके  लंबे मोटे लिंग को देखकर दंग रह गई, उसे अपनी आंखों पर विश्वास नहीं हो रहा था, लड़का शर्म से मुस्कुराया। “मैडम ठीक है अगर आप नहीं चाहते अंदर डालना, मुझे पता है कि यह सामान्य नहीं है, कई लड़कियों ने मेरे आकार के कारण मुझे छोड़ दिया”।

“मुझे वह पसंद है”, प्रोही ने उत्तेजना के साथ कहा। उसने इसे रगड़ना शुरू कर दिया, जब उसने इसे अपने मुंह में डाला तो वह केवल इसका छोटा सा हिस्सा ही ले सकी l वे थोड़ी देर खेलते रहे। प्रोही इसे अंदर डालने के लिए बहुत ऊतेजीत  थी, वह और अधिक इंतजार नहीं कर सकती थी, यह  पहले से ही बेसबॉल बैट की तरह हो चुका था ।

“प्रिय, आओ और इसे मेरी योनि में जोर से डालो”, जब लड़के ने धक्का देना शुरू किया, तो यह उसकी योनि को चारों तरफ से फरड़ता  हुआ अंदर जाने लगा, वह दर्द और आनंद  से चिल्लाने लगी, उसे अपनी योनि पहले से दस गुना बड़ी महसूस हो रही थी l उसने कभी इसकी कल्पना भी नहीं की थी l

कुछ ही मिनटों में उसे वह चरमसुख मिल गया जो वह लंबे समय से खोज रही थी l