साली जीजू और रेड वाइन

 

Part 16

 

मैं ऑफिस में बैठा मिस एक्स  का मेल पढ़ रहा था l

       ” प्रिये, तुम तो बहुत खुश होओगे, तुम्हारा सपना सच हो रहा है , तुम सालीजी की चूत चोद सकते हो ,जल्द ही उसके गोल बड़े मम्मे तुम्हारे हाथ में होंगे,दांतों में उनके  कठोर निपल्स, तुम्हारा सख्त लंड उसकी गोल गांड के इर्द गिर्द मंडराता होगा, वह चिल्लाएगी,फिर तुम उसकी गांड को अपने वीर्य से भर दोगे l”

       मिस एक्स मेरी उत्तेजना और बढ़ा रही थी,वो हर रोज मुझसे चुदना चाहती थी, लेकिन उसे ईर्ष्या नहीं थी,वह भी महिला थी, इससे मुझे सचमुच आश्चर्य हुआ था। मुझे याद था,उसने एक दिन मुझसे कहा था कि वह मेरे निजी मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहती,शायद इसी वजह से l
मैने पढ़ना जारी रखा l

         “कब तुम उसे चोदने जा रहे हो, कुँवारी चूत के बारे में सोच कर  लंड तो पूरे दिन कठोर रहता होगा,वह बहुत कोमल और मासूम दिखती है,तुमने उसकी चूत चोदने के लिए बहुत इंतज़ार किया,मुझे यकीन है तुम उसकी चूत को पूरी तरह से फाड़ डालाेगे l यदि आप उसकी इच्छाओं के बारे में सोच रहे हैं,प्रिय, तुम उसके साथ कई बार बलात्कार कर सकते थे , तुम्हारे पास मौके थे l  अगर आप उसकी सहमति से उसकी चूत चोदना चाहते हैं,तो फिर आपको भी उसकी इच्छाओं को स्वीकार करना होगा, तुम जानते हो,हमारी गंदी दुनिया मे रिश्ते ऐसे ही काम करते है l ज्यादा मत सोचो,आगे बढ़ो। उसके टाँगे उठाओ और  जोर से चोद डालो l “

      मिस एक्स एक तूफ़ान की तरह थी। लेकिन उसकी बातों में बहुत कुछ था,वह स्थिति को अच्छे से समझती थी l

      पत्नी मुझे संदेश भेज रही थी,वह बाज़ार जाना चाहती थी और रेस्टोरेन्ट में रात का भोजन करना चाहती थी। मुझे अच्छा लगा, साली जी भी हमारे साथ आ रही थीं,मैंने अपना कार्यालय का काम तेजी से करने का निर्णय लिया l

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           हम रेस्टोरेन्ट में बैठे थे, मेरी पत्नी और साली जी मेरे सामने बैठी थी, साली जी गहरे लाल रंग के पंजाबी सूट में बहुत सुंदर लग रही थी, उनका टॉप थोड़ा टाइट  था,और गोल मम्मे बहुत आकर्षक लग रहे थे l
साली जी अच्छी तरह से जानती थी कि मुझे उनके मोटे मम्मे देखना पसंद थे । ऐसा पहले भी कई बार हो चुका था , वह कई बार खुद को झुका चुकी थी,ताकि मैं देख सकूं l
       मेरी पत्नी ने रैड वाइन का ऑर्डर दिया। मैं सालिजी के बारे में निश्चित नहीं था, वह अल्कोहल पीती थी । लेकिन मेरी पत्नी ने उसे गिलास दे दिया, हम सब पीने लगे l

         “मुझे नहीं पता था,हमारी सालिजी रैड वाइन पीती हैं मैं घर पर कुछ बोतलें खरीद लाता”। मैंने मुस्कुराते हुए कहा l
               हम सब हँसने लगे l

          “हम कभी-कभी घर पर माँ के साथ पीते थे,यह एक ही गिलास से नशे में  हो जाती थी ।”मेरी पत्नी ने सालीजी को देखते हुए कहा l सालीजी कुछ नहीं बोली l
           मैं ज़्यादा अल्कोहल नहीं पीता था, शादी से पहले कभी-कभी अपने भाई या दोस्त के साथ पब जाता था l मैं सालीजी को नशे में देखने के लिए बहुत उत्सुक था। साली जी कई बार मुझे देख रही होती थी, कभी कभी वो अपने पैर मेरे पैर से छू देती थी। पत्नी पास बैठी थी इसलिए बह ज्यादा कुछ नहीं कर पा रही थी l
हम पहले ही अपना पहला ड्रिंक पी चुके थे l
          मेरी पत्नी खड़ी हुई और वॉशरूम की ओर चली गई l अब हम मेज़ पर अकेले थे l

        “जीजू मैं आपके पास बैठना चाहती हुं “सालीजी खड़ी हुई और मेरे साथ बैठ गई।

   उसने अपना हाथ मेरी जांघ पर रख दिया, मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था, मेरी पत्नी कभी भी आ सकती थी। मैं कुछ नहीं बोला, उसने अपना हाथ मेरी जाँघ पर फिराया और वापस अपनी कुर्सी पर बैठ गयी,वह भी कुछ नहीं बोली, कुछ गंभीर लग रही थी l
    पत्नी वापस आई, सालीजी ने अपना हाथ अपनी बहन के हाथ पर फेरने लगी। उसने उसका हाथ कसकर पकड़ लिया। मुझे वह कुछ असाधारण बात लगी, शायद साली जी थोड़ा नशा मे थी l
       फिर हमने खाना शुरू कर दिया l

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रात के लगभग एक बजे थे, मैं अपनी पत्नी के साथ बिस्तर पर था, चोदने के बाद वह बहुत गहरी नींद मे सोती थी। उसने मुझसे कहा था अगर बह उसे दोबारा चोदना चाहे तो  उसे जगा दे ,कभी कभी हम कई बार चुदाई करते थे l मैं उसे दोबारा  चोदना नहीं चाहता था, अब मैं साली जी की चूत के बारे में ज्यादा सोचने लगा था l  उसकी चूत और मेरे लंड के बीच की दूरी दिनोदिन कम होती जा रही थी,हम दोनों यह जानते थे l हमें एक-दूसरे को पकड़ने के लिए केवल एक ही धक्का चाहिए था,हम इंतज़ार कर रहे थे , वो मुझ पर गिरेगी या मैं उस पर l
     मुझे नींद नहीं आ रही थी, मैं लिविंग रूम में आया, मैंने अपना लैपटॉप खोला और ऑफिस का कुछ काम शुरू किया। साली जी के कमरे में अंधेरा था,शायद वो भी सो रही थी l
     मै कुछ देर काम करता रहा, वहां बहुत शांति थी, फिर सालीजी के कमरे का दरवाजा खुला, वह बाहर आई, उसने मुझे देखा, फिर वह किचन की ओर चली गई। उसने नीले रंग का नाइट गाउन पहना था, यह इतना लंबा नहीं था, बस उसकी पैंटी को ढक रहा था। कमरे में ज़्यादा रोशनी नहीं थी, लेकिन फिर भी मैं उसके मोटे मम्मे और खूबसूरत टाँगें देख सकता था।
        कुछ देर बाद वह वापस आई, वह हमारे बैडरूम के पास  गई और मेरी पत्नी की ओर देखा। वह बहुत गहरी नींद में सो रही थी l मैं आश्चर्यचकित था, उसने ऐसा क्यों किया। फिर वह मेरे पास आई,थोड़ी मुस्कुराई और मेरे साथ सोफे पर बैठ गई। मेरा दिल तेजी से धड़क रहा था l उसने अपना बायां पैर दाहिनी टांग पर रख दिया। उसका गाउन थोड़ा ऊपर उठ गया,अब मैं उसकी सफ़ेद पैंटी का एक छोटा सा हिस्सा देख सकता था, वहाँ उसकी चूत थी l
          मैंने उसकी ओर देखा,फिर मोटे मम्मो की ओर देखा, वह थोड़ा मुस्कुरा रही थी, फिर मैंने बहुत धीमी आवाज़ में पूछा,

” क्या तुम्हें भी नींद नहीं आ रही?”

       उसने ना कहने के लिए अपना सिर हिलाया, फिर उसने अपना हाथ मेरी जांघ पर रख दिया। मुझे अपने शरीर में करंट दौड़ने जैसा महसूस हुआ। वो मेरी जांघ पर अपना हाथ फेरने लगी, उसका हाथ मेरे लंड से ज्यादा दूर नहीं था,मेरा लंड बहुत तेजी से सख्त हो रहा था , शायद उसका हाथ मेरे लंड को भी छू गया था l उसने बहुत धीमी आवाज़ में कहा,

    “तुम बहुत काम करते हो l”

         फिर वह खड़ी हुई और अपने कमरे में चली गई,उसने दरवाज़ा थोड़ा खुला छोड़ दिया,मेरा लंड  बहुत सख्त था,आज मैंने युवावस्था में एक महिला को देखा।वह बहुत अलग थी, उसका चेहरा बहुत गंभीर लग रहा था l मुझे लगा कि उसका नियंत्रण ख़त्म हो रहा था, वह मुझ पर गिर रही थी l
           अब मैं और अधिक काम नहीं कर सका , मेरी पत्नी वहां थी, मैं उसके कमरे में नहीं जा सकता था, मैं खड़ा हो गया और सालीजी के कमरे के दरवाजे के पास चला गया, मैंने बिना किसी डर के अंदर देखा, वह फोन पर थी, उसने अपना पैर मोड़ लिया। उसका गाउन ऊपर उठ गया,मैं उसकी पूरी पैंटी देख सकता था, उसकी ऊबरी चूत फोन की रोशनी में चमक रही थी। उसने मेरी ओर देखा, उसने कोई हलचल नहीं की, उसे पता था कि मैं उसकी पैंटी देख रहा था ,मैंने कुछ देर तक उसे देखा, फिर मैंने उसके बैडरूम का दरवाज़ा बंद कर दिया और अपने बैडरूम में वापस आ गया।
           मेरी पत्नी अभी भी सो रही थी, मैं लेट गया, मुझे बहुत खालीपन महसूस हो रहा था l

फिर पता नहीं कब मुझे नींद आ गई,सुबह हम जल्दी में थे, मेरी साली जी से कोई बात नहीं हुई l
मैं ऑफिस पहुंचा, मैं सोच रहा  था जो कल रात  हुआ था। ऐसा लग रहा था कि वह चाहती थी, मैं उसके बिस्तर पर आऊं और उसके साथ लेट जाऊं। मेरी पत्नी वहां थी इसलिए यह संभव नहीं था l

मैंने देखा  साली जी फेसबुक पर ऑनलाइन थीं, मैंने उस से रानी के रूप में बात करने का फैसला किया l

रानी: कैसी हो यार?, क्या कर रही हैं?

साली जी : मैं घर पर हूँ, पढ़ रही हूँ। तुम कैसी हैं?

रानी : दुकान पर माँ की मदद, वही बोरिंग जिंदगी।  जीजू कैसे हैं, क्या वह तुमसे सहमत है?, क्या तुमने कुछ किया?या अभी तक कुंवारी है l

साली जी : हा,हा अभी कुछ नहीं, यार!

रानी : अगर जीजू भोला हैं, फिर तुम ही उसकी ज़िप खोल दे l

साली जी : तुम बहुत शरारती हो l

     कल रात के बाद, मुझे विश्वास होने लगा, एक दिन वह मेरी ज़िप खोल सकती थी , यह कल रात बहुत करीब था l मैंने महसूस किया, जब साली जी की चूत बहुत ज्यादा गर्म हो जाती थी तो वो अपने आप पर काबू नहीं रख पाती थी,वह कामुक हरकतें करने लगती थी l उसकी सेक्स इच्छा कई गुना बढ़ जाती थी l मुझे विश्वास था मैं उसे अपने मोटे लम्बे लंड से संतुष्ट कर सकता था l उसकी बहन भी शादी के बाद बिस्तर पर बहुत आक्रामक थी, मैं उसे रोज चोदता था, अब उसकी चूत पहले की तरह जल्दी गीली नहीं होती थी l सालीजी वैसी ही लग रही थीं, मुझे उसे  भी जमकर और हर रोज चोदना होगा l

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