हस्तमैथुन (अंग्रेजी: masturbation) एक शारीरिक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति अपने यौन अंगों को उत्तेजित करके यौन संतोष प्राप्त करता है। यह क्रिया पुरुषों और महिलाओं दोनों द्वारा की जाती है और इसे सामान्यतः आत्म-यौन संतोष के रूप में देखा जाता है। हस्तमैथुन का उद्देश्य यौन उत्तेजना को महसूस करना और चरमोत्कर्ष (ऑर्गैज़्म) तक पहुँचना होता है।
प्रक्रिया
हस्तमैथुन करने के दौरान, व्यक्ति अपने जननांगों को छूता या उत्तेजित करता है। पुरुष आमतौर पर अपने लिंग को हाथ से पकड़कर उसे रगड़ते हैं, जबकि महिलाएँ अपनी योनि या अन्य संवेदनशील क्षेत्रों को उंगलियों से उत्तेजित करती हैं। इस प्रक्रिया में विभिन्न तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि यौन-उत्तेजक चित्रों या विचारों का सहारा लेना।
सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण

हस्तमैथुन एक ऐसा विषय है जिस पर समाज में अक्सर चर्चा नहीं होती, लेकिन यह एक सामान्य और प्राकृतिक गतिविधि मानी जाती है। कई अध्ययनों से पता चला है कि अधिकांश लोग अपने जीवन में कभी न कभी हस्तमैथुन करते हैं। उदाहरण के लिए, अल्फ्रेड किन्से के 1950 के अध्ययनों में पाया गया था कि 92% पुरुषों और 62% महिलाओं ने अपने जीवनकाल में हस्तमैथुन किया है.
स्वास्थ्य लाभ
हस्तमैथुन के कई स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। यह तनाव कम करने, बेहतर नींद लाने, और यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है. इसके अलावा, यह व्यक्ति को अपने शरीर के बारे में अधिक जानने का अवसर प्रदान करता है, जिससे वे भविष्य में यौन संबंधों में अधिक संतुष्ट हो सकते हैं.
निष्कर्ष
इस प्रकार, हस्तमैथुन एक सामान्य प्रक्रिया है जिसे पुरुष और महिलाएँ अपनी यौन इच्छाओं को पूरा करने के लिए करते हैं। यह न केवल शारीरिक संतोष प्रदान करता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
लोग हस्तमैथुन क्यों करते हैं ?
हस्तमैथुन के कारण
लोग हस्तमैथुन कई कारणों से करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- यौन संतोष: हस्तमैथुन एक सामान्य यौन क्रिया है जो पुरुषों और महिलाओं दोनों को यौन संतोष प्रदान करती है। यह एक सुरक्षित और निजी तरीका है जिससे व्यक्ति अपनी यौन इच्छाओं को पूरा कर सकता है।
- तनाव कम करना: हस्तमैथुन करने से शरीर में डोपामाइन और एंडोर्फिन जैसे हार्मोन रिलीज होते हैं, जो तनाव को कम करने में मदद करते हैं। यह प्रक्रिया मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य: नियमित हस्तमैथुन से पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है और महिलाओं में मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में मदद मिलती है। इससे श्रोणि और गुदा की मांसपेशियों को भी मजबूत किया जा सकता है।
- स्वयं की खोज: लोग हस्तमैथुन के माध्यम से अपने शरीर को बेहतर तरीके से समझते हैं। यह उन्हें अपनी यौन प्राथमिकताओं और इच्छाओं का पता लगाने का अवसर देता है।
- अकेलापन या निराशा: कुछ लोग अकेलेपन या निराशा के समय आत्म-सुख के लिए हस्तमैथुन करते हैं। यह उन्हें भावनात्मक राहत प्रदान कर सकता है।
- सामाजिक दबाव या उत्तेजना: किशोरावस्था में, युवा लोग अक्सर अपने सहपाठियों या मीडिया से प्रभावित होकर हस्तमैथुन करने लगते हैं। यह एक सामान्य व्यवहार बन जाता है जो उनके विकास का हिस्सा होता है।
- सेक्स संबंधी ज्ञान प्राप्त करना: हस्तमैथुन कुछ लोगों को यौन संबंधों के बारे में अधिक जानने का मौका देता है, जिससे वे भविष्य में अपने साथी के साथ बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकें।
- वर्जनाओं को तोड़ना: आधुनिक समाज में, जहां सेक्स पर खुलकर बात नहीं की जाती, लोग अक्सर हस्तमैथुन करके उन वर्जनाओं को तोड़ते हैं जो उनके मन में होती हैं।
इन सभी कारणों से, हस्तमैथुन एक सामान्य और प्राकृतिक प्रक्रिया मानी जाती है जब तक कि यह किसी व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता।