स्तन निपल्स संक्रमण एक प्रकार का संक्रमण है जो निपल्स और आसपास के स्तन ऊतकों में होता है। यह आमतौर पर बैक्टीरिया या फंगस के कारण होता है और इसके लक्षणों में दर्द, सूजन, लालिमा, खुजली और कभी-कभी निपल्स से डिस्चार्ज शामिल होते हैं।
संक्रमण के प्रकार
बैक्टीरियल संक्रमण (Mastitis):
यह सबसे सामान्य प्रकार का स्तन संक्रमण है, विशेष रूप से स्तनपान कराने वाली महिलाओं में। जब बच्चे का मुंह निपल पर बैक्टीरिया लाता है, तो यह दूध की नलिकाओं में प्रवेश कर सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है। इसके लक्षणों में स्तन में दर्द, सूजन, बुखार और कभी-कभी मवाद का निर्माण शामिल हो सकता है.
फंगल संक्रमण:
कैंडिडा अल्बिकन्स जैसे फंगस भी निपल्स में संक्रमण पैदा कर सकते हैं। यह आमतौर पर नम और गर्म वातावरण में पनपता है। इसके लक्षणों में खुजली, जलन और सूजन शामिल हो सकते हैं.

लक्षण
दर्द: निपल्स या आसपास के क्षेत्र में दर्द होना।
सूजन: प्रभावित क्षेत्र का सूजना।
लालिमा: त्वचा का लाल होना।
खुजली: निपल्स या आसपास की त्वचा में खुजली।
डिस्चार्ज: निपल्स से स्पष्ट, पीला या हरा तरल निकलना।
कारण
गर्भावस्था और स्तनपान: हार्मोनल परिवर्तन और दूध उत्पादन के कारण।
गलत लैचिंग तकनीक: यदि बच्चा सही तरीके से नहीं चूसता है तो इससे निपल्स पर दबाव पड़ता है।
त्वचा की स्थिति: एक्जिमा या सोरायसिस जैसी स्थितियाँ भी समस्या पैदा कर सकती हैं.
संक्रमण फैलाने वाले कारक: जैसे कि गंदगी या बैक्टीरिया जो त्वचा पर मौजूद होते हैं।
उपचार
एंटीबायोटिक्स: बैक्टीरियल संक्रमण के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लिख सकते हैं.
एंटीफंगल दवाएं: फंगल संक्रमण के लिए एंटीफंगल क्रीम या दवाएं दी जा सकती हैं.
घरेलू उपाय:
गर्म सेक लगाना, उचित स्वच्छता बनाए रखना और आरामदायक कपड़े पहनना मददगार हो सकता है।
चिकित्सा सलाह लेना:
यदि लक्षण गंभीर हों या लंबे समय तक बने रहें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी प्रकार के स्तन निपल्स संक्रमण को नजरअंदाज नहीं किया जाए क्योंकि यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है।
स्तनों के निप्पलों को संक्रमण से कैसे बचाएं?
निप्पलों को संक्रमण से बचाने के उपाय
स्वच्छता बनाए रखें
नियमित सफाई: निप्पलों और स्तनों को नियमित रूप से साफ करें। दूध पिलाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छे से धोना चाहिए। यह बैक्टीरिया के संक्रमण के जोखिम को कम करता है।
सूखे कपड़े का उपयोग: निप्पलों को हमेशा सूखा रखें। गीले या नम कपड़े पहनने से फंगल संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
उचित कपड़ों का चयन
ढीले कपड़े पहनें: तंग कपड़े पहनने से निप्पल की त्वचा में घर्षण हो सकता है, जिससे जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ता है। इसलिए, आरामदायक और ढीले सूती कपड़े पहनें।
सपोर्टिव ब्रा: सही फिटिंग वाली ब्रा का उपयोग करें जो पर्याप्त सपोर्ट प्रदान करे, खासकर शारीरिक गतिविधियों के दौरान।
निप्पल की देखभाल
मॉइस्चराइजेशन: निप्पल्स को मॉइस्चराइज करने के लिए नारियल तेल या अन्य प्राकृतिक तेलों का उपयोग करें। यह त्वचा को नरम रखता है और दरारों को रोकता है।
ब्रेस्ट मिल्क का उपयोग: ब्रेस्ट मिल्क में एंटीबॉडी होते हैं जो क्रैक्ड निप्पल्स की मरम्मत में मदद कर सकते हैं। इसे लगाने से संक्रमण की संभावना कम होती है।
आहार और जीवनशैली
संतुलित आहार: अपने आहार में विटामिन और खनिजों की भरपूर मात्रा शामिल करें, जैसे कि विटामिन C, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
हाइड्रेटेड रहें: पर्याप्त पानी पीना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह शरीर की समग्र स्वास्थ्य स्थिति में सुधार करता है।
समय पर चिकित्सा सलाह लें
चिकित्सकीय परामर्श: यदि आपको निप्पल्स में किसी प्रकार की जलन, खुजली या सूजन महसूस होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। प्रारंभिक उपचार संक्रमण के बढ़ने से रोक सकता है।
इन उपायों का पालन करके आप अपने स्तनों के निप्पलों को संक्रमण से सुरक्षित रख सकते हैं।