शनिवार की सुबह था, मैं सुबह करीब नौ बजे उठा। मेरी कोई योजना नहीं थी । मेरी प्रेमिका अपने दोस्तों के साथ यात्रा कर रही थी। मेरा लिंग आज बहुत सख्त था, जैसा कि कई पुरुषों का सुबह होता है, या फिर मैंने कल रात थोड़ी शराब पी थी हो सकता था इसीलिए। ये योनियाँ हमेशा वहाँ नहीं होती जहाँ जरूरत होती है । मैं थोड़ा निराश था। तभी मुझे मेरी गर्ल फ्रेंड का संदेश मिला, वह चाहती थी कि मैं उसकी माँ के घर जाऊँ, उसे कुछ मदद की ज़रूरत थी। वह जानती थी कि सप्ताहांत में मेरे पास कोई काम नहीं था ।मैंने उसकी माँ की मदद करने का फैसला किया, वह लगभग चालीस साल की सेक्सी सिंगल महिला थी। कभी-कभी वह मेरे साथ कामुक मजाक भी करती थी l
मैं उसकी मां डॉली के घर पहुंचा, वह अपने लिविंग रूम की दीवार पर पेंटिंग कर रही थी। उसने मुस्कुराते हुए मेरा स्वागत किया, फिर मैंने पेंटिंग में उसकी मदद करना शुरू कर दिया। वह सीढ़ी पर थी। मैं फर्श पर था। मैंने देखा कि उसने अंडरवियर नहीं पहना था लेकिन मुझे यकीन नहीं था, मैं नहीं चाहता था कि उसे पता चले कि मैं उसके निजी अंगों को देख रहा हूँ। उसकी शर्ट उसके नितंबों को ढकने के लिए काफी लंबी थी,लेकिन मैंने उसकी योनि को देखने की कोशिश जारी रखी। कुछ देर बाद वह नीचे आई और बोली, “ओह, मुझे बहुत गर्मी लग रही है” l
“हां, क्योंकि तुमने लंबी मोटी शर्ट पहनी है” , मैंने मुस्कुराते हुए कहा,
“हाँ प्रिय, चलो एक कैफ़ी ब्रेक लेते हैं”, उसने अपनी शर्ट उतार दी, उसकी योनि और नितंब मेरे सामने उजागर हो गए, शायद वह भूल गई कि उसने अंडरवियर नहीं पहना था ।
“वाह ! यह सुंदर है”। मैंने उसकी योनि को देखते हुए कहा,
“ उफ़, क्षमा करें”। बह अपनी शर्ट वापस पहनने लगी ।
“ अगर तुम्हें गर्मी लगती है तो यह मेरे लिए ठीक है”।मैं मुस्कुराया,
“ तुम मेरी योनि क्यों देखना चाहते हो ?
“ हाँ क्यों नहीं,वह खूबसूरत दिखती है”।
“उसके बाद क्या?”
“ यह तुम पर निर्भर है डॉली”।
“मेरा लंबे समय से कोई बॉयफ्रेंड नहीं है, मैं कोई ऐसा व्यक्ति चाहती हूं जो मुझे खुश कर सके, तुम ऐसा कर सकते हो लेकिन तुम्हारे पास गर्ल फ्रेंड है, मेरी बेटी”।
“हां, डॉली, लेकिन मुझे सुबह से किसी की जरूरत है। आज मेरा लिंग ऐसा कठोर है , मुझे नहीं पता क्यों”।
“क्या मैं आपका लिंग देख सकती हूँ”,बह मुस्कराई l मैंने अपनी पैंट उतारी। मेरा लिंग उस समय इतना सख्त नहीं था, उसने अपने हाथ में लिया और मालिश करने लगी l
“वाह तुम्हारा लिंग बहुत बड़ा है, मेरी बेटी भाग्यशाली है”। जैसे ही उसने मेरे लिंग की मालिश की, आकार बढ़ने लगा,फिर उसने अपने मुँह में डाल लिया और चाटना शुरू कर दिया। मैं सुबह से यही चाह रहा था। वह अपनी बेटी से कहीं बेहतर थी, जब वह लिंग की ऊपरी त्वचा को होंठों से हिलाती थी तो मेरा आनंद अपनी सारी हदें पार कर जाता था । “डॉली तुम बहुत अच्छा कर रही हो। मेरा शुक्राणु तेजी से आगे बड रहे है”।
“ नहीं प्रिय, मुझे अपनी योनि में शुक्राणु चाहिए, मुंह में नहीं, थोड़ी देर के लिए नियंत्रण रखें”। मैं बहुत ऊतेजीत था और कहा, “ठीक है, मैं अब तुम्हारी योनि में डालना चाहता हूं”, उसने फिर से अपनी शर्ट उतार दी और फर्श पर लेट गई। उसने अपने पैर ऊपर उठाए।
“आओ प्रिय, अंदर डालो”, मैं उसके ऊपर लेट गया। और अपने लिंग को योनि अंदर धकेलना शुरू कर दिया l मैं ज्यादा देर तक अपने आप पर नियंत्रण नहीं रख सका, मैंने कुछ ही मिनटों में उसकी योनि भर दी l वह मुस्कुराई, “क्या आप अब खुश हैं”। मैं बहुत हल्का महसूस कर रहा था l “धन्यवाद! आपने मुझे बचा लिया”। मैं हंसा।
फिर उसने मुझसे आज रात उसके साथ रुकने के लिए कहा, वह मेरी अपेक्षा से कहीं अधिक था l