गणित की छात्रा जेनी -student Jenni (+18)

यह उसकी गणित की कक्षा थी। छात्र अपनी दो सप्ताह की छुट्टियों के बारे में धीरे-धीरे बात कर रहे थे। यह आखिरी दिन था, एक युवा गणित शिक्षक रॉन कुछ  पढ़ाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्होंने देखा कि आज कोई भी उनकी बात सुनने को उत्सुक नहीं था। उसने घड़ी की ओर देखा, अभी भी बीस मिनट बाकी थे, उसने पढ़ाना बंद करने का फैसला किया। उसने छात्र से कहा कि यदि वे कक्षा छोड़ना चाहते हैं तो वे जा सकते हैं।

तुरंत क्लास रूम खाली होने लगा। वह अपनी कुर्सी पर बैठ गया और कुछ काम करने लगा, तभी उसने देखा, उसकी एक पसंदीदा छात्रा जेनी अभी भी पीछे की बेंच पर बैठी थी, सभी छात्र जा चुके थे। कमरा खाली था।

“जेनी, तुम क्या कर रही हो? तुम बाहर नहीं जाना चाहती”।

“नहीं सर, मैं आपसे बात करना चाहती  थी । रॉन उसके पास आया और बैठ गया। वह खड़ी हो गई और दरवाज़ा बंद कर दिया। 

“तो समस्या क्या है जेनी”। 

“ सर क्या आप मुझे पसंद करते हैं ?”उसने नजरें झुकाते  कहा l

“ हाँ जेनी, तुम मेरी पसंदीदा हो”। उसने रॉन का हाथ पकड़ा और उसे अपने स्तनों के बीच में रख दिया। 

“तुम क्या चाहती हो जेनी”।

“ कृपया मेरी शर्ट के बटन खोलो”, 

“जेनी तुम बहुत छोटी हो, क्या तुम्हें यकीन है कि तुम यही चाहती हो”।

“हाँ, कृपया सर, अब खोलिए”, उसने अपने मोटे, नुकीले स्तन उसके  सामने कर दिए  , रॉन ने कुछ बटन खोले। उसके स्तनों पर  कसी हुई उसकी सफेद ब्रा बाहर आ गई l उसने अपनी फ्रॉक उतार दी। 

“सर क्या आपको मेरा शरीर पसंद है”। वह ब्रा और अंडरवियर में रॉन के सामने खड़ी थी, उसने उसके युवा मुलायम शरीर को देखा। उसके छोटे से पेट पर मोटे स्तन उभर रहे थे। उसके तंग अंडरवियर से छोटी योनि बाहर ऊभर  रही थी , योनि की  मध्य  दरार भी कुछ  दिखाई दे रही थी।

“जेनी, तुम मुझे ऊतेजीत  कर रही हो”।

“कृपया मुझे छुएं सर”, उसने अपना अंडरवियर नीचे करते हुए कहा। उसकी योनि बाहर थी। उसने उसका हाथ पकड़ लिया और अपनी नग्न योनि पर फिराने लगी।

रॉन बहुत शांत बैठा था, कुछ देर बाद वह रुकी और उसकी पैंट देखने लगी। 

“जेनी तुम क्या सोच रही हो”

“ सर…सर…”l 

“आगे बढ़ो, और करो, जो तुम चाहती  हो”। रॉन उसके सामने खड़ा हो गया।

उसने अपना हाथ उसकी पैंट की ज़िप की ओर बढ़ाया। उसके हाथ कांप रहे  थे , फिर उसने उसकी ज़िप और बटन खोले, पैंट और अंडरवियर  को नीचे कर दिया , उसका लिंग बाहर निकला , यह  सख्त और पूरे आकार में था। उसने उसे अपने हाथ में पकड़ लिया,फिर उसने उसके सिर की त्वचा को पीछे की ओर सरकाया, उसका गहरा गुलाबी गोल सिर बाहर आ गया, वह उसे ध्यान से देखने लगी।

“जेनी तुम जो करना चाहती हो  करो” रॉन ने फिर कहा l

उसने अपना कांपता हुआ मुंह आगे बढ़ाया और  लिंग को अपने छोटे  मुंह में ले लिया और  चाटना शुरू कर दिया। वह अधिक से अधिक अंदर लेने की कोशिश करने लगी । वह रॉन को अधिकतम आनंद देने के लिए लिंग को  अपनी जीभ और दांतों से छू रही थी। रॉन अपने  शुक्राणुओं को अधिक समय तक नियंत्रित नहीं कर सका, उसका मुँह उसके मोटे लिंग के लिए बहुत तंग था। उसने जेनी का सिर पकड़ा  और अपना लिंग उसके मुँह में जोर-जोर से धकेलना शुरू कर दिया,फिर उसका लिंग उसके मुँह में फूटा  और उसे अपने गाढ़े शुक्राणुओं से भरने  लगा । उसने अपने लिंग को उसके मुँह में तब तक धकेलना जारी रखा जब तक कि सभी शुक्राणु उसके पेट में नहीं चले गए। जेनी का मुँह लाल था, आँखों से पानी बह रहा था। रॉन ने अपना लिंग बाहर निकाला, और कहा, 

“क्या तुम्हें कुछ और चाहिए”। जेनी बेंच पर बैठ गई और अपने पैर खोल दिए, उसकी गीली, खुली योनि रॉन के सामने थी, रोन  ने अपनी जीभ उसकी भगनासा  पर रख दी और चाटने लगा । वह चरमसुख पाने के बहुत करीब थी,जब उसे चरमसुख प्राप्त हुआ, तो रॉन ने अपनी पैंट पहनी और बाहर चला  गया , जेनी खुश थी कि आख़िरकार उसे वह मिल गया जो वह चाहती थी।