आम तौर पर, पोर्न देखने वाले लोग विभिन्न आयु समूहों और लिंगों से आते हैं।
आयु समूह
- युवाओं का प्रमुख हिस्सा:
- भारत में, 18 से 24 वर्ष के युवाओं की हिस्सेदारी लगभग 24% है। यह दर्शाता है कि युवा वयस्क इस सामग्री को देखने में काफी रुचि रखते हैं।
- इसके अलावा, 25 से 34 वर्ष के आयु समूह में सबसे ज्यादा (35%) लोग पोर्न देखते हैं।
- वृद्ध वयस्क:
- 35 से 44 वर्ष के लोगों की हिस्सेदारी 17% है, जो यह दर्शाता है कि मध्य आयु वर्ग भी इस सामग्री का उपभोग करता है।

लिंग
- पुरुष:
- आमतौर पर, पुरुषों की संख्या महिलाओं की तुलना में अधिक होती है जब बात पोर्न देखने की आती है। हालांकि, यह आंकड़ा समय के साथ बदल रहा है।
- महिलाएं:
- भारत में लगभग 30% महिलाएं भी पोर्न कंटेंट देखती हैं। यह संख्या पिछले कुछ वर्षों में बढ़ी है और यह दर्शाती है कि महिलाएं भी इस प्रकार की सामग्री का उपभोग कर रही हैं।
तकनीकी उपयोग
- मोबाइल उपकरणों का उपयोग:
- अधिकांश लोग अपने मोबाइल फोन पर पोर्न देखते हैं; रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में लगभग 70% लोग अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं।
सामाजिक कारक
- तनाव और बोरियत:
- कई लोग तनाव कम करने या बोरियत दूर करने के लिए पोर्न देखते हैं। मनोवैज्ञानिक शोध बताते हैं कि काम के दौरान या अन्य तनावपूर्ण स्थितियों में लोग अक्सर इस सामग्री की ओर आकर्षित होते हैं।
इस प्रकार, विभिन्न आयु समूहों और लिंगों के लोग पोर्न देखते हैं, जिसमें युवा वयस्कों की एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी होती है।