नीना वह नाम था जो क्लास रूम में गूंजता था। और धीमे स्वर में फुसफुसाते हुए बोला जाता था,वह हमारी नई अंग्रेजी अध्यापिका थी। वह लगभग तीस साल की युवा सेक्सी लड़की थी, लंबे बाल, गहरी भूरी आँखें, पतला शरीर और बड़े स्तन। वह हर लड़के के लिए परफेक्ट लड़की थी। जब वह चलती थी तो लड़के उसके थिरकते बट को देखना नहीं छोड़ते थे l
वह कक्षा में हर लड़के का ध्यान आकर्षित करने में सक्षम थी। मैं भी उनमें से एक था, मैं उसकी एपी कक्षा का वरिष्ठ छात्र था। मुझे न केवल उसका सेक्सी शरीर बल्कि उसकी पढ़ाने की शैली भी पसंद थी । साहित्य के प्रति उनका जुनून बहुत ऊँचा था। मैंने उनसे कई नई चीजें सीखी,मेरी अंग्रेजी भाषा में तेजी से सुधार हुआ l जैसे-जैसे समय बीतता गया, मैंने पाया कि मेरे अंदर नीना के लिए ऐसी भावना विकसित हो रही थी जो शिक्षक के प्रति प्रशंसा से कही आगे थी ।
मैं उसके साथ किसी तरह के रिश्ते या प्यार या इससे भी अधिक के बारे में सोचने लगा था । कभी-कभी मैं उसके शरीर को छूने के लिए उत्सुक हो जाता। मैं जानता था कि ये सिर्फ मूर्खतापूर्ण विचार थे, ऐसा कभी नहीं होगा। लेकिन एक दिन, उसके लिए मेरी भावनाओं ने मुझ पर बहुत दबाव डाला और मैं उससे कुछ अतिरिक्त पूछने चला गया। मैंने उससे पूछा कि क्या यह संभव है कि मैं ट्यूशन के लिए उसके घर आ सकूं। वह मुस्कुराई और कहा कि यह संभव नहीं है लेकिन वह कक्षा के बाद मुझसे कुछ भी पूछ सकता था l
उसके बाद मुझे लगा, उसने मुझ पर पहले से कुछ अधिक ध्यान देना शुरू कर दिया। लेकिन यह उससे कहीं कम था जिसकी मैं तलाश कर रहा था। कभी-कभी जब वह पढ़ाती तो उसकी नजरें मुझ पर टिक जाती,ज़ब हमारी नजरें मिलती , मेरा शरीर कांपने लगता , मैं अपनी नजरें नीचे कर लेता। कभी-कभी मुझे लगता है कि वह समझती थी मैं क्या चाहता हूँ l
एक दिन, हमारी कक्षा ख़त्म होने वाली थी। वह मेरे पास आई और बोली “रवि क्लास में रुको मैं बात करना चाहती हूं” मैं बहुत डरा हुआ और उत्सुक था कि वह क्या कहने जा रही है। जब हमारी क्लास ख़त्म हुई, सभी छात्र बाहर चले गये, मैं कमरे में अकेला बैठा था l मेरा दिल जोर जोर से धड़क रहा था लेकिन मुझे यकीन था कि वह मुझे छूने नहीं वाली थी।
वह कमरे में आई और दरवाजा बंद कर दिया, मेरी उत्सुकता और बढ़ गई। वह मेरे पास बैठ कर बोली, “डराओ मत. मैं तुम्हें कोई सज़ा नहीं देने बाली” वह मुस्कुराई और मुझे एक किताब दी। “रवि इस किताब को पढ़ें , बहुत सुन्दर दस कहानियाँ हैं, मैं चाहती हूँ कि तुम भी एक कहानी खुद लिखो। शायद मेरे बारे में या किसी और लड़की के बारे में, मुझे आपकी कहानी अपनी पुस्तक में शामिल करने में खुशी होगी”
रवि किताब घर ले आया और उसे पढ़ा। सभी दस कहानियाँ युवा लड़की के बारे में थीं और प्यार और आकर्षण से भरपूर थीं। वह सोचने लगा कि क्या यह हमारे रिश्ते की शुरुआत है या मैं बो ग्यारहवां लड़का हूं, जो टीचर नीना से प्यार करने लगा हूं।